अनफिट ई-रिक्शा को संचालन से बाहर करने की तैयारी, अवैध रूप से संचालित 20 हजार ई-रिक्शा पर लगेगी लगाम, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः जयपुर शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए अनफिट 20000 ई रिक्शाओं को संचालन से बाहर करने की तैयारी है, जयपुर आरटीओ प्रथम राजेन्द्र सिंह शेखावत ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है 

शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू करने और अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शाओं पर लगाम कसने के लिए परिवहन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली है. आरटीओ प्रथम के क्षेत्राधिकार में आने वाले ई-रिक्शाओं को लेकर आरटीओ राजेंद्र सिंह शेखावत ने डीसीपी ट्रैफिक सुमित मेहरड़ा को पत्र लिखकर सख्त कदम उठाने का आग्रह किया है. पत्र में स्पष्ट किया गया है कि अब तक 9,334 ई-रिक्शाओं के पंजीयन निलंबित किए जा चुके हैं और इन्हें तत्काल ज़ब्त किया जाना आवश्यक है.आरटीओ प्रथम द्वारा भेजे गए पत्र में बताया गया है कि आरजे-14 की ईपी सीरीज के अंतर्गत बड़ी संख्या में ई-रिक्शा बिना वैध पंजीयन, फिटनेस और अन्य आवश्यक दस्तावेजों के सड़कों पर दौड़ रहे हैं. खासकर परकोटा क्षेत्र और शहर के प्रमुख बाजारों में इन ई-रिक्शाओं के कारण भारी भीड़भाड़ और जाम की स्थिति बनी रहती है. लंबे समय से बिना फिटनेस के चल रहे इन वाहनों की आरसी निलंबित की जा चुकी है, इसके बावजूद ये सड़कों पर संचालित हो रहे हैं, जो कानून का खुला उल्लंघन है. 

परिवहन विभाग ने कार्रवाई को और तेज करते हुए करीब 10 हजार ई-रिक्शाओं की एक और सूची तैयार कर ली है. इस नई सूची के जुड़ने के बाद कुल मिलाकर लगभग 20 हजार ई-रिक्शाओं के पंजीयन निलंबित किए जा चुके हैं. अब अगला कदम इन सभी ई-रिक्शाओं को सड़कों से हटाने का है, जिसकी जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस को सौंपी गई है. आरटीओ प्रथम ने अपने पत्र में ट्रैफिक पुलिस से आग्रह किया है कि निलंबित पंजीयन वाले ई-रिक्शाओं को चिन्हित कर तत्काल ज़ब्त किया जाए, ताकि अव्यवस्था पर प्रभावी नियंत्रण हो सके.आरटीओ राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि ई-रिक्शाओं के अनियंत्रित संचालन से न केवल यातायात प्रभावित हो रहा है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ रही है. बिना फिटनेस और तकनीकी जांच के चल रहे ई-रिक्शा किसी भी समय दुर्घटना का कारण बन सकते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए यह कठोर कदम उठाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नियमों का पालन करने वाले वाहन चालकों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी, लेकिन अवैध रूप से संचालित वाहनों पर सख्ती जारी रहेगी.परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के बाद शहरवासियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. परकोटा क्षेत्र और भीड़भाड़ वाले इलाकों में यातायात सुगम होगा, जाम की समस्या कम होगी और सड़क सुरक्षा में सुधार आएगा. अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और भविष्य में बिना पंजीयन या फिटनेस के किसी भी वाहन को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी.