जयपुर: पूरे देश में इस समय बजरंग दल चर्चा के केंद्र में है. कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव को लेकर जारी घोषणा पत्र में उनकी सरकार बनने पर बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. अब राजस्थान में बजरंग दल पर बैन लगाने को लेकर मंत्री गोविंद मेघवाल का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में बजरंग दल अपराध करेंगे तो उनपर कार्रवाई करेंगे.
बजरंग दल पर बैन लगाने की बात पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी तय करेगी. मेघवाल ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ता आपराधिक कृत्यों में शामिल हैं. ये जय श्री राम के नारे लगाकर भी अपराध करते हैं. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान भी सामने आया:
बता दें कि कांग्रेस के कर्नाटक चुनाव को लेकर जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद चंद घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान भी सामने आया. उन्होंने इसे बजरंग बली का अपमान बताया. कहा कि पहले कांग्रेस ने भगवान राम को ताले में बंद किया और अब वह जय बजरंग बली बोलने वालों को ताले में बंद करना चाहते हैं.
विश्व हिंदू परिषद की यात्रा को सुरक्षा देने के लिए हुआ था गठन:
अक्टूबर 1984 की बात है. विश्व हिंदू परिषद की पहली धर्म संसद में मंदिर आंदोलन की शुरुआत हुई. विनय कटियार उन दिनों हिंदूवादी युवा नेताओं में से एक थे. एक अक्टूबर 1984 को बड़ी संख्या में युवा जुटे और इस दल की स्थापना हुई. विनय कटियार ने कहा, प्रभु श्रीराम की सेवा के लिए हमेशा बजरंग बली आगे रहे हैं और इस बार भी प्रभु श्रीराम और माता जानकी की यात्रा की सुरक्षा बजरंग बली के भक्त ही करेंगे. इसी के साथ इस संगठन का नाम बजरंग दल रख दिया गया.