आसानी से हासिल करेंगे बहुमत, मुख्यमंत्री का फैसला भाजपा संसदीय बोर्ड करेगा: बसवराज बोम्मई

शिग्गांव (कर्नाटक): कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य विधानसभा चुनाव में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को बढ़त दिखाने वाले चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों को शुक्रवार को खारिज कर दिया और विश्वास जताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आसानी से बहुमत हासिल कर सत्ता में वापसी करेगी और सरकार गठन के लिए उसे जनता दल (सेक्युलर) के समर्थन की जरूरत नहीं पड़ेगी. बोम्मई ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं, इस पर फैसला भाजपा आलाकमान और पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा.

हुबली-धारवाड़ सेंट्रल से एक बार फिर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर को टिकट नहीं दिए जाने के निर्णय का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि वह (शेट्टर) चुनाव हार जाएंगे. भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद शेट्टर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. बोम्मई ने दावा किया कि 2019 में कांग्रेस- जद (एस) के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने में भाजपा की मदद करने वाले 14 बागी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों से जीत दर्ज करेंगे. बोम्मई ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस चुनावी विमर्श को निचले स्तर पर ले गई है.

राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों के लिए 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को मतगणना होगी. चुनाव पूर्व सर्वेक्षण के संदर्भ में बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होने वाला है. हम जानते हैं कि ये सर्वेक्षण कैसे किए जाते हैं. मैं आसानी से बहुमत हासिल करने की उम्मीद करता हूं.उन्होंने यह भी कहा कि संभव है, पार्टी को जद (एस) के समर्थन की कोई जरूरत नहीं पड़े.
उन्होंने कहा कि इसकी (जद (एस) के समर्थन की) कोई जरूरत नहीं होगी. हम पूर्ण बहुमत हासिल करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या शेट्टर के जाने से लिंगायत समुदाय के वोटों पर असर पड़ेगा, मुख्यमंत्री ने कहा कि नहीं, बिल्कुल नहीं. हम शेट्टर की सीट पर भी जीत दर्ज करेंगे. कर्नाटक में प्रमुख लिंगायत समुदाय की आबादी 17 प्रतिशत है.

उन्होंने कहा कि उनकी (शेट्टर की) पृष्ठभूमि और इतिहास को देखते हुए यह न तो भाजपा और न ही कांग्रेस के कुछ समर्थकों के लिए स्वीकार्य है. जाति आधारित आरक्षण के सवाल पर उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत आंतरिक आरक्षण और अन्य चीजें काफी समय से लंबित मांग हैं और मैंने उनका समाधान किया है. उन्होंने कहा कि पहले कई लोगों को लाभ नहीं होता था क्योंकि आरक्षण आबादी के अनुरूप नहीं दिया जा रहा था, लेकिन उन वर्गों के लोगों को अब आंतरिक आरक्षण से उम्मीद जगी है. बोम्मई ने कहा कि हमने आंतरिक आरक्षण की सिफारिश की, आखिर में केंद्र सरकार ने भी इस पर संज्ञान लिया.

चुनाव से पूर्व राज्य सरकार ने लिंगायत और वोक्कालिगा समुदायों को ओबीसी में शामिल कर उन्हें आरक्षण का लाभ देने के लिए दो नयी श्रेणियों का निर्माण किया. बोम्मई ने उनके नेतृत्व वाली सरकार में 40 प्रतिशत कमीशन के कांग्रेस के आरोप का खंडन किया और चुनौती देते हुए कहा कि प्रेस या विपक्ष या ठेकेदार का संगठन एक भी मामला (हमारी सरकार के खिलाफ) लेकर आए. मैं उसका जवाब दूंगा.मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर चुनावी विमर्श को बहुत निचले स्तर पर ले जाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल द्वारा सोनिया गांधी के संदर्भ में ‘विषकन्या’ वाली टिप्पणी किया जाना ‘सामान्य नहीं है.

उनका कहना है, यह सब कांग्रेस ने शुरू किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जहरीले सांप वाली टिप्पणी किसी और ने नहीं, बल्कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष (खरगे) ने की. ऐसे में प्रतिक्रिया होती है. ऐसा नहीं है कि आप कह दें और बच जाएं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह बी एस येदियुरप्पा के बाद एक प्रमुख लिंगायत नेता के तौर पर उभर रहे हैं तो बोम्मई ने कहा कि पार्टी में बहुत सारे नेता हैं और ऐसा कुछ नहीं है जिसे नेताओं की दूसरी कतार कहा जाए. मुख्यमंत्री हावेरी जिले की शिग्गांव सीट से लगातार चौथी बार निर्वाचित होने का प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस ने इस क्षेत्र से यासिर अहमद खान को टिकट दिया है तो जनता दल (एस) ने शशिधर येलिगर को चुनावी मैदान में उतारा है.

इस सवाल पर कि क्या वह त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति को लेकर चिंतित हैं तो बोम्मई ने कहा कि यह सवाल मीडिया 15 वर्षों से पूछ रहा है. उन्होंने कहा ​कि हर बार जनता ने मुझे वोट दिया है. जनता के साथ प्रेम और अपनत्व का संबंध है. मुझे पूरा विश्वास है कि समाज के सभी वर्गों और जातियों के लोग मेरे पक्ष में वोट करेंगे. मुख्यमंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि करीब दो हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण हुआ है, गांवों में सभी सड़कें पक्की बन गई हैं. सोर्स भाषा