बीकानेर: जिले में एक दलित छात्रा के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या किए जाने का मामला सामने आया है. इस घटना में कथित भूमिका के लिए दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ओम प्रकाश ने बताया कि छात्रा का शव मंगलवार को खाजूवाला इलाके में मिला था. उन्होंने कहा कि छात्रा के परिवार के सदस्यों ने खाजूवाला पुलिस थाने के दो कांस्टेबलों सहित तीन लोगों का नाम लिया है. दोनों पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.
वहीं, पीड़िता के परिजनों ने धरना शुरू कर दिया है और शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि वे सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही शव स्वीकार करेंगे. बीकानेर की पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि पीड़िता के परिजनों और रिश्तेदारों को पोस्टमार्टम के लिए मनाने का प्रयास किया जा रहा है.
परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए:
वहीं परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं. इसके साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने व गिरफ्तार करने की भी मांग की जा रही है. इसके साथ ही खाजूवाला थाने को लाइन हाजिर करने व मृतका के परिवार को सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की जा रही है. कल दो कांस्टेबल मनोज व भागीरथ पर भी नामजद FIR हुई थी. उसके बाद SP तेजस्वनी गौतम ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए दोनों को निलंबित कर दिया था.
पीड़ित छात्रा कंप्यूटर का कोर्स कर रही थी:
पुलिस के अनुसार, इस संबंध में खाजूवाला पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376-डी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित छात्रा कंप्यूटर का कोर्स कर रही थी और उसका शव खाजूवाला स्थित एक घर में मिला था. परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मी मनोज और भागीरथ तीसरे आरोपी के साथ मिलकर छात्रा को उस घर में ले गए और फिर सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी.
मामले में दोनों कांस्टेबल की भूमिका की जांच की जा रही:
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता और मुख्य आरोपी एक-दूसरे को जानते थे, जो कॉल रिकॉर्ड से भी साबित होता है. अधिकारियों ने कहा कि मामले में दोनों कांस्टेबल की भूमिका की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि मामले की जांच का जिम्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक शर्मा को सौंपा गया है. इस बीच, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना में पुलिसकर्मियों की कथित संलिप्तता को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर निशाना साधा है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बोले- यह सरकार के माथे पर बड़ा कलंक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने घटना को लेकर ट्वीट किया कि खाजूवाला में दलित छात्रा के दुष्कर्म-हत्या का मामला और नामजद आरोपियों का पुलिस से जुड़ा होना आपकी सरकार के माथे पर बड़ा कलंक है. रक्षक ही भक्षक बन जाए, तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा. वहीं, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जयपुर में कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.