मुंबई: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को भरोसा जताया कि 2014 से अब तक किए गए विकास कार्यों के आधार पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) अगले साल होने वाले चुनावों में केंद्र और महाराष्ट्र में सत्ता में कायम रहेंगे.
एक निजी चैनल के कार्यक्रम में गडकरी ने यह भी कहा कि राजग सरकार ने अपने विकास कार्यों और सुशासन के माध्यम से लोगों में विश्वास की भावना पैदा की है. गडकरी ने कहा कि हम जीतेंगे और एक बार फिर भाजपा और राजग महाराष्ट्र और केंद्र दोनों जगह सरकार बनाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए अच्छे काम के अच्छे परिणाम आएंगे.
वाहन हाइड्रोजन और हरित ईंधन पर चलेंगे:
गडकरी ने कहा कि हमारा प्रदर्शन ही हमारी ताकत है और लोग हमसे यही उम्मीद करते हैं. हमने अपने अच्छे काम से लोगों में विश्वास पैदा किया है, जिसे हम उन तक लेकर जाएंगे.
गडकरी ने कहा कि मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले (आठ से अधिक) वर्षों में जो काम किया गया है, वह 60 साल के कांग्रेस शासन की तुलना में कहीं अधिक है. हरित परिवहन के विकास पर मंत्री ने कहा कि हाइड्रोजन हमारा भविष्य का ईंधन है और भारत के भविष्य के वाहन हाइड्रोजन और हरित ईंधन पर चलेंगे.
भारतीय सड़कों पर दुर्घटना दर को कम करने में विफल रहे:
उन्होंने कहा कि हम हर साल 16 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन का आयात करते हैं, लेकिन बहुत जल्द हमारे किसान हरित ईंधन और हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करेंगे, गडकरी ने देश में राजमार्गों के विकास पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "आने वाले वर्षों में, देश में सार्वजनिक परिवहन में क्रांति आएगी और नए राजमार्ग से प्रमुख शहरों के बीच यात्रा के समय में भारी कमी लाएंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय और सरकार भारतीय सड़कों पर दुर्घटना दर को कम करने में विफल रहे हैं.
जैसे नियमों का पालन नहीं कर रहे थे:
उन्होंने कहा कि हम 2024 तक सड़क हादसों में 50 फीसदी कमी लाना चाहते थे, लेकिन हम इसे हासिल नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए मानव व्यवहार को बदलना होगा क्योंकि लोग अभी भी लाल बत्ती, कार की सीट बेल्ट या हेलमेट लगाने जैसे नियमों का पालन नहीं कर रहे थे. गडकरी ने कम उम्र में भारतीयों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए प्राथमिक स्तर पर सड़क सुरक्षा शिक्षा शुरू करने की जरूरत बताई. सोर्स-भाषा