बीजेपी का 'नहीं सहेगा जैसाण' महाघेराव, मंत्री कैलाश चौधरी बोले- सरकार आने पर भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसेगी भाजपा सरकार

बीजेपी का 'नहीं सहेगा जैसाण' महाघेराव, मंत्री कैलाश चौधरी बोले- सरकार आने पर भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसेगी भाजपा सरकार

जैसलमेर : जैसलमेर में बीजेपी ने 'नहीं सहेगा जैसाण' कार्यक्रम के तहत महाघेराव का आयोजन किया. इस दौरान केंद्रीय मानती गजेंद्र सिंह शेखावत और कैलाश चौधरी दोनों ही मौजूद रहे. महाघेराव कार्यक्रम के तहत हनुमान चौराहे पर एक बड़ी आमसभा का आयोजन किया गया. आम सभा में बीजेपी के सभी लीडर और कार्यकर्ता मौजूद रहे. 

इस मौके पर आमसभा में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसानों व युवाओं को झूठ बोल कर सत्ता में आई है. जिसका खामियाजा आज प्रदेश की पूरी जनता भुगत रही है. आज हम इस कांग्रेस की गूंगी, बहरी व अंधी सरकार को जगाने आए हैं. मंत्री गजेंद्र सिंह ने कहा कि जैसलमेर जिले के अधिकारी सीनियरिटी, अनुभव व मर्यादा का भी ध्यान नही रखते हैं. जिससे आमजन का विश्वास सरकार में नहीं रहा. 

शेखावत ने कहा कि पिछले 70 सालों में 60 साल राजस्थान में अकाल रहा लेकिन कभी किसानों की इतनी बुरी हालत नही हुई जितनी इस गहलोत सरकार में हुई है. हजारों किसान पहली बार आत्महत्या जैसी बातें प्रदेश में कर रहे हैं. इस दौरान केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि गहलोत केंद्र की योजनाओं का नाम बदलकर अपनी योजनाएं बताकर झूठी वाह वाही लूट रही है. हजारों बीघा जमीन फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से हड़पी जाती है और सरकार व प्रशासन मौन व चुप है. 

सभी अधिकारी नेताओं से बिके हुए है व उनके एजेंट के रूप में कार्य करते है. हमारी सरकार आने पर एक भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नही जायेगा. जनसभा के बाद कार्यकर्ताओं द्वारा कलेक्टर कार्यालय के घेराव का कार्यक्रम था, लेकिन जन सभा में हुई भीड़ को देखकर जिला प्रशासन बेकफुट पर आगया या फिर सरकार में बदलाव का डर प्रशासन को बेकफुट पर ले आया इसको लेकर चर्चा हो रही है.

क्योंकि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से एक माह पूर्व भाजपा की सभा स्थल पर आकर प्रशासनिक अधिकारी का ज्ञापन लेना कई सवाल खड़े कर रहा है.जंहा पिछले दिनों कलेक्टर आशीष गुप्ता ने भाजपा नेताओं के सामने खड़े होकर ज्ञापन लेने तक से इनकार कर दिया था,वही आज अतिरिक्त जिला कलेक्टर गोपाललाल स्वर्णकार ने अपना चेंबर छोड़कर सभा के मंच पर आकर ज्ञापन लिया.