जयपुर: राजस्थान में अक्टूबर में 6 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव प्रस्तावित है. कांग्रेस ने अभी से उपचुनाव की जंग जीतने की तैयारियां शुरु कर दी है. उम्मीदवारों के चयन के लिए पार्टी में कमेटियों का गठन हो चुका है और सर्वे का भी काम जारी है. वहीं चौरासी,सलूम्बर औऱ खींवसर सीट पर गठबंधन किया जाए या नहीं इसको लेकर भी रणनीति बनाई जा रही है.
राजस्थान में जल्द 6 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव की जंग शुरु होगी. संभवत हरियाणा के साथ अक्टूबर में इन सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं. बात कांग्रेस पार्टी की करें तो वह चुनावी रणनीति बनाने और उम्मीदवार चयन में अभी से जुट गई है. कांग्रेस पार्टी अपनी तीनों सीटें झुंझुनूं,देवली-उनियारा और दौसा फिर से जीतने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. वहीं चौरासी,सलूम्बर और खींवसर सीट पर गठबंधन किया जाए या नहीं इसको लेकर अभी मंथन जारी है.
उपचुनाव की जंग जीतने के लिए कांग्रेस क्या जतन कर रही है
- सलूम्बर को छोड़कर अन्य पांचों सीटों के लिए बनाई कमेटियां
- करीब 30 नेताओं की बनाई कमेटी
- जल्द कमेटी के नेताओं के साथ पीसीसी चीफ करेंगे मंथन
- वहीं उम्मीदवार चयन के लिए करवाया जा रहा है सर्वे
- गठबंधन को लेकर लीडरशिप में अभी मंत्रणा का दौर जारी
- प्रभारी रंधावा और अध्यक्ष डोटासरा कर रहे है मॉनिटरिंग
- सर्वे और फीडबैक के बाद तीन-तीन नामों का बनेगा पैनल
इनके अलावा जल्द इन सीटों पर कांग्रेस पार्टी चुनावी सम्मेलन और दौरे की रणनीति बना रही है. सभी 6 जगह कांग्रेस पार्टी विशाल सम्मेलन के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेगी. जिनमें पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा,नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और प्रभारी रंधावा शामिल होंगे. इसी माह के आखिर में इन सम्मेलनों का आगाज हो सकता है.
कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी आम सहमति से एक प्रत्याशी का चयन करना. वहीं गठबंधन को लेकर भी बाप और आरएलपी के साथ कांग्रेस की खींचतान देखने को मिल सकती है. लिहाजा इन तमाम मसलों को लेकर पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा भी दिल्ली दौरे पर है और उन्होंने उपचुनाव को लेकर प्रभारी रंधावा से भी लंबी मंत्रणा की है.