कैब ड्राइवरों की हड़ताल, लोगों को करना पड़ रहा परेशानी का सामना, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः राजधानी जयपुर में बीते कुछ दिनों से चल रही ओला और उबर टैक्सी चालकों की हड़ताल का असर अभी भी देखने को मिल रहा है, क्योंकि दोनों कंपनियों के ड्राइवरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है. हड़ताल की वजह से शहर में आवागमन करने वाले हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है 

ओला और उबर टैक्सी चालकों की हड़ताल का असर अभी भी जयपुर शहर में देखने को मिल रहा है, आसानी से कैब बुक नहीं होने से हर वर्ग के लोग परेशान हैं खासकर ऑफिस जाने वाले कर्मचारी, अस्पताल जाने वाले मरीज और स्टेशन/एयरपोर्ट के यात्री सबसे ज़्यादा परेशान हो रहे हैं, लोगों को मजबूरन ऐसी भीषण गर्मी में ऑटो और बाइक से यात्रा करनी पड़ रही है , ख़ास बात यह है कि परिवहन विभाग के पास फिलहाल इस हड़ताल को खत्म कराने का कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है क्योंकि हड़ताल करने वाले ड्राइवरों से तो विभाग की बात हो रही है लेकिन ओला और उबर कंपनी के तो दफ्तर ही इंडिया और प्रदेश में नहीं है ऐसे में ड्राइवरों की समस्या का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है. 

ड्राइवरों की मुख्य मांगें:
हड़ताल कर रहे टैक्सी ड्राइवरों ने कंपनियों पर कम कमीशन दर, लंबी दूरी की सवारी में नुकसान और बोनस योजनाओं में पारदर्शिता की कमी जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं

ड्राइवरों का कहना है कि कमीशन दर बहुत ज्यादा है और उन्हें बहुत कम कमाई हो रही है

लंबे समय से इंसेंटिव योजना बंद कर दी गई है

ग्राहक की मनमानी रेटिंग से उनका खाता बंद किया जा रहा है. 

हड़ताल कर रहे ड्राइवरों का कहना है कि हम दिनभर काम करके भी ढंग से घर नहीं चला पा रहे. कंपनी मुनाफा कमा रही है और हम सिर्फ संघर्ष कर रहे हैं. जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जातीं, हम हड़ताल जारी रखेंगे.हड़ताल से प्रभावित एक यात्री ने बताया कि “मैं रोज ऑफिस जाने के लिए ओला का इस्तेमाल करता हूं, लेकिन आज सुबह घंटों इंतज़ार करने के बाद भी कोई कैब नहीं मिली.”अब तक ओला और उबर की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. स्थानीय परिवहन विभाग ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है और बातचीत के जरिए समाधान की कोशिश की जा रही है. प्रशासन ने यात्रियों को वैकल्पिक साधनों जैसे ई-रिक्शा, स्थानीय ऑटो, और सार्वजनिक बस सेवा का उपयोग करने की सलाह दी है. हालांकि, बसों और ऑटो में भी अत्यधिक भीड़ देखी जा रही है.