VIDEO: मुख्यमंत्री गहलोत बोले-राजस्थान की जनता करती सचिवालय से अपेक्षा, वह रिश्ता निभाया आपने कोरोना में अच्छा किया प्रबंधन

जयपुर: सचिवालय कर्मचारी संघ की नवगठित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश की जनता सचिवालय से अपेक्षा करती. वह रिश्ता निभाया आपने कोरोना में अच्छा प्रबंधन किया. 500 में से साढ़े 300 VC कोरोना की हुई. सीएस और आपके रिश्ते मधुर ही रहने चाहिए. आज या कल मांगें पूरी होनी हैं, अधिकतर मांगें पूरी है. स्टेशनरी भत्ता रुकने का मुझे दुख है. OPS पूरी तरह मानवीय फैसला है. इसे देश में लागू किया जाना चाहिए. कुछ फैसले सरकार करती है,मेरी दृष्टि में कर्मियों का सम्मान भी बड़ा है. 

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि 35 साल सर्विस करके कर्मी आराम की उम्मीद करता है. चार कानून UPA ने पास किए. नरेगा,शिक्षा अधिकार,खाद्य सुरक्षा, RTI अब 5वां कानून सामाजिक सुरक्षा का बनना चाहिए. यूरोप जैसे अपने आप आम जनता को पैसा मिलना चाहिए. एक करोड़ लोगों को पेंशन दे रहे. CGHS की तरह RGHS लागू की, वह चिरंजीवी से भी मजबूत है. मैंने सैलेरी एडवांस लेने की घोषणा की. एक लाख संविदा कर्मियों को राहत देने वाला नियम लागू किया. सरकारी कर्मी काम करते मौत हुई तो 50 लाख मिलेंगे, यह घोषणा की. तीसरी संतान संबंधी घोषणा हुई. ठेकाकर्मियों की प्रथा बंद करके सरकारी कंपनी बनाने की घोषणा की. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि 500 बच्चों को विदेश पढ़ने के लिए भेजा. इसमें सरकारी कर्मी भी हो सकते है. नए कानून बनाए,अब IIT,IIM राजस्थान में हैं. डेढ़ लाख किमी सड़कें बनाने का प्रपोजल है. 70,80 हजार किमी तो बन चुकी है. हम चुनाव जीत नहीं सकते, जीत रहे. सरकार आ सकती नहीं, आ रही है.

मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कर्मियों को रीढ़ की हड्डी बताया. विजन 2030 के स्टेक होल्डर्स कर्मियों को बताया. मुख्य सचिव ने कहा कि विजन को स्कीम में परिवर्तित कर्मियों ने किया. जिस तरह योजनाएं लागू उसकी देशभर में चर्चा है. राजस्थान देश के पहले पांच राज्यों में शामिल है. हमने छोटी कोशिश की ई फाइलिंग की. इसके लिए सचिवालय कर्मियों को साधुवाद है. अक्सर नहीं होता ऐसा या तो फाइलें ऑनलाइन या रिकॉर्ड रूम में चली गईं. अब फाइलें लॉकर में रखा जाएगा. नॉर्थ ब्लॉक के साथ दो और ब्लॉक सचिवालय में होंगे. परिवार के समक्ष फैसला किया जाता है. मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि मांग न मानने पर कटुता आई हो, अपनापन महसूस हुआ. क्राइसिस मैनेजमेंट में आप खरा उतरते हैं.