हुबली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस के नौ मार्च को ‘‘दो घंटे के बंद के आह्वान’’ को कोई समर्थन नहीं मिलेगा क्योंकि विपक्षी दल ‘‘खुद ही बंद होने के कगार पर’’ है.
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ नौ मार्च को दो घंटे के बंद का आह्वान किया है. भाजपा विधायक मदल वीरुपक्षप्पा के बेटे प्रशांत कुमार एम. वी. के. परिसरों से लोकायुक्त द्वारा 8.23 करोड़ रुपये बरामद किए जाने के बाद कांग्रेस ने यह आह्वान किया है. कांग्रेस पर अपने कार्यकाल के दौरान ‘‘भ्रष्टाचार’’ में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धरमैया अपने मंत्रिमंडल के मंत्रियों के लिए लक्ष्य तय किया करते थे.
बिस्तर आदि की खरीद में भी भ्रष्टाचार किया:
बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार का कुआं है, उनके पास कोई एक-दो मामले नहीं हैं. कांग्रेस खुद बंद होने के कगार पर है, इसलिए इस तरह के प्रदर्शन तथा बंद से वे अपनी राजनीतिक छवि नहीं बचा सकते. उन्हें इसमें (बंद में) कोई समर्थन नहीं मिलेगा क्योंकि आरोप लगाने वाले के खुद के हाथ साफ होने चाहिए, तभी इसका कोई मतलब है. पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अतीत में तकिए और बिस्तर आदि की खरीद में भी भ्रष्टाचार किया.
चुनावी मैदान में जनता फैसला करेगी:
उन्होंने कहा कि वे छोटी परियोजनाओं से लेकर बड़ी सिंचाई परियोजनाओं तक में भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं. तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने अपने सभी मंत्रियों के लिए एक लक्ष्य निर्धारित किया था, एम. बी. पाटिल, के. जे. जॉर्ज, (एचसी) महादेवप्पा से उनके लिए निर्धारित लक्ष्यों के बारे में पूछें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बंद के आह्वान पर लोगों ने ध्यान नहीं दिया क्योंकि उनके हाथ पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. लोग उनके खेल और रणनीति से वाकिफ़ हैं, लोगों को पता है कि कौन सच्चा है. वैसे भी मई तक चुनाव है और चुनावी मैदान में जनता फैसला करेगी. सोर्स-भाषा