यह जरूरी है कि कांग्रेस 2024 में विपक्षी गठबंधन का आधार हो- Jairam Ramesh

अवंतीपुरा: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए बनने वाले किसी भी विपक्षी गठबंधन का आधार उनकी पार्टी को होना होगा.

उन्होंने यह भी कहा कि उनकी राय में कांग्रेस को 2029 के लोकसभा चुनाव में हर राज्य में अपने दम पर लड़ने की तैयारी करनी चाहिए. रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में यह भी कहा कि वह पूरी कोशिश करेंगे कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के संपन्न होने के बाद गुजरात के पोरबंदर से अरुणाचल प्रदेश के परशुरामपुर कुंड तक एक और यात्रा निकाली जाए, लेकिन इस बारे में आखिरकार पार्टी को फैसला करना है.

यात्रा करने के बारे में विचार हुआ था:
उनका कहना है कि मैं निश्चित तौर पर इस बारे में विचार कर रहा हूं. पार्टी यात्रा निकालेगी या नहीं, मैं इस बारे में अभी नहीं कह सकता. परंतु जब उदयपुर में (चिंतन शिविर के दौरान) ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की बात हुई थी, तब पश्चिम से पूर्व की ओर भी यात्रा करने के बारे में विचार हुआ था. यह पूछे जाने पर कि क्या ‘भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस विपक्षी गठबंधन का आधार बनेगी, तो रमेश ने कहा कि मैं ऐसा मानता हूं. इसका कारण भी है, क्योंकि हम आज भी (भाजपा के अलावा) सही मायनों में एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी हैं. कांग्रेस नेता के अनुसार हम भले ही कई राज्यों की सत्ता में नहीं हैं, लेकिन हर गांव, मोहल्ले, ब्लॉक, कस्बे और शहर में आपको कांग्रेस का कार्यकर्ता, कांग्रेसी परिवार मिलेगा.

2024 में शायद यह वास्तविक नहीं हो:
रमेश ने दावा किया कि भाजपा भले ही सत्ता में है, लेकिन व्यापक मौजूदगी की बात करें, तो कांग्रेस एकमात्र राष्ट्रीय राजनीतिक शक्ति है. उन्होंने कहा कि हां, हम आधार हैं. हम भाजपा का मुकाबला करेंगे. कांग्रेस के इर्द-गिर्द बनने वाला गठबंधन ही यह (भाजपा का मुकाबला) कर सकता है. रमेश के अनुसार, आदर्श स्थिति में वह चाहेंगे कि कांग्रेस भाजपा का अकेले मुकाबला करे, लेकिन 2024 में शायद यह वास्तविक नहीं हो.

पार्टी के भीतर ही शायद समर्थन नहीं मिले:
उन्होंने कहा कि मेरी राय है कि 2029 में हमें हर राज्य में अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी करनी चाहिए. परंतु मैं भलीभांति जानता हूं कि मेरे इस रुख को पार्टी के भीतर ही शायद समर्थन नहीं मिले. बहरहाल, उन्होंने यह भी कहा कि कुछ राज्यों में कांग्रेस ने अपने सहयोगियों को बहुत ज्यादा दायरा प्रदान किया और यही संगठन के निर्माण के लिए हानिकारक है. रमेश ने कहा कि राहुल गांधी का हमेशा यही कहना रहा है कि पहले संगठन का निर्माण हो और फिर पार्टी सत्ता में आएगी, लेकिन कांग्रेस ने इसके उलट किया.

इसी की राजस्थान समेत सभी राज्यों में जरूरत:
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह रुख सही है. यह पूछे जाने पर कि क्या निजी महत्वाकांक्षाओं के कारण कई राज्यों में कांग्रेस की उम्मीदों को झटका लग रहा है और राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच का टकराव का समाधान कैसे होगा, तो रमेश ने कहा कि निजी महत्वाकांक्षा कांग्रेस की व्यथा रही है. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सामूहिक उद्देश्य और एकजुटता की भावना लेकर आई है तथा इसी की राजस्थान समेत सभी राज्यों में जरूरत है.

कांग्रेस के संदर्भ में विमर्श में भी बदलाव हुआ:
उन्होंने कहा कि संगठन व्यक्तियों के अहम और महत्वाकांक्षा से ऊपर होता है और जो संगठन के लिए अच्छा है, वही पार्टी से जुड़े व्यक्तियों के लिए अच्छा है, लेकिन जो किसी व्यक्ति के लिए अच्छा है, जरूरी नहीं है कि वह पार्टी के लिए भी अच्छा हो. कांग्रेस महासचिव ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस के संदर्भ में विमर्श में भी बदलाव हुआ है. सोर्स-भाषा