लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) का जिक्र किये बिना उसपर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भर्ती की प्रक्रिया में जिस प्रकार का भ्रष्टाचार 2017 से पहले था वह किसी से छिपा नहीं है.
रविवार को यहां योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के तहत राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग से चयनित 1395 प्रवक्ताओं के ऑनलाइन ‘पदस्थापन और नियुक्ति’ पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ' पहले भर्ती निकलती थी और महाभारत के सारे रिश्ते वसूली के लिए निकल पड़ते थे, यह भी किसी से छिपा नहीं है, लेकिन विगत साढ़े पांच वर्ष के अंदर अगर हमने प्रदेश के अंदर अपराध और अपराधियों के लिए ‘जीरो टॉलरेंस’ की बात की तो भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के लिए भी उसी ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई है.'
जातिवाद या भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं कर सकता है:
उन्होंने कहा कि उसी का परिणाम है कि आज प्रदेश का युवा अपनी योग्यता से स्थान हासिल कर रहा है. उन्होंने कहा, 'डबल इंजन की भाजपा सरकार में प्रतिभा को सम्मान एवं युवाओं के सपनों को नई उड़ान मिली है और अब नियुक्तियां भ्रष्टाचार मुक्त हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कोई भी उत्तर प्रदेश में हुई भर्ती प्रक्रिया में भाई-भतीजावाद, जातिवाद या भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं कर सकता है.
एक शिक्षक का कार्य केवल यहीं तक सीमित नहीं:
प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई देते हुए योगी ने कहा कि डिग्री लेकर नौकरी प्राप्त करना, एक शिक्षक का कार्य केवल यहीं तक सीमित नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रूप में बढ़ाया गया कदम क्रांतिकारी निर्णय है और हर एक शिक्षक को इससे अपने आपको जोड़ना होगा और उसमें बताए गए कर्तव्यों के अनुरूप अपने आपको ढालना होगा. सोर्स-भाषा