liquor Sale in Delhi: Christmas से हैप्पी न्यू ईयर तक 218 करोड़ रुपये से ज्यादा की दारु पी गए दिल्लीवासी

liquor Sale in Delhi: Christmas से हैप्पी न्यू ईयर तक 218 करोड़ रुपये से ज्यादा की दारु पी गए दिल्लीवासी

नई दिल्ली: दिल्लीवासियों ने क्रिसमस की पूर्व संध्या से लेकर नए साल की पूर्व संध्या तक 218 करोड़ रुपये से अधिक की एक करोड़ से अधिक शराब की बोतलें खरीदीं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि नए साल की पूर्व संध्या 31 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में सबसे अधिक 20.30 लाख शराब की बोतलें बिकीं, जो करीब 45.28 करोड़ रुपये की थीं. उन्होंने बताया कि 24 से 31 दिसंबर तक दिल्ली में विभिन्न प्रकार की शराब की रिकॉर्ड 1.10 करोड़ बोतलें बेची गईं, जिनमें ज्यादातर व्हिस्की थीं.

वर्षों में साल के अंत में हुई सबसे अधिक बिक्री:
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2022 में दिल्ली में 13.8 लाख शराब की बोतलों की औसत बिक्री हुई थी, जो पिछले तीन वर्षों में साल के अंत में हुई सबसे अधिक बिक्री है. दिल्ली सरकार ने दिसंबर 2022 में शराब उत्पाद शुल्क और मूल्य वर्धित कर से 560 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया. आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर महीने में दिल्ली में 2019 में 12.55 लाख, 2020 में 12.95 लाख और 2021 में 12.52 लाख और 2022 में 13.77 लाख शराब की बोतलें बिकीं.

नीति को दिल्ली सरकार वापस ले चुकी है:
वर्तमान में, दिल्ली सरकार के चार उपक्रमों द्वारा संचालित लगभग 550 शराब की दुकानों के माध्यम से शहर में शराब बेची जा रही है. शहर में 900 से अधिक होटल, पब और रेस्तरां के ‘बार’ में भी शराब मिलती है. आबकारी विभाग ने रिकॉर्ड बिक्री के साथ 2022 का अंत किया. हालांकि गत वर्ष उसके लिए काफी चुनौतियों भरा रहा था जिसमें आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन को लेकर केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच शामिल है. इस नीति को दिल्ली सरकार वापस ले चुकी है.

48 लाख से अधिक बोतलें बिकीं थीं:
त्योहारों पर अक्सर आबकारी विभाग को अच्छा राजस्व मिलता है. अक्टूबर 2022 में दिवाली के दौरान दिल्ली में 100 करोड़ रुपये से अधिक की 48 लाख से अधिक बोतलें बिकीं थीं. आबकारी विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 24 दिसंबर 2022 को शहर में 28.8 करोड़ रुपये की 14.7 लाख बोतलें बेची गईं. हाल ही में 27 दिसंबर को दिल्ली में सबसे कम शराब की बोतलें बिकीं, तब 19.3 करोड़ रुपये की 11 लाख से कम बोतलें बिकी थीं. सोर्स-भाषा