जयपुरः राजस्थान पुलिस के प्रतिष्ठित DGP डिस्क अवॉर्ड की प्रकिया में पुलिस मुख्यालय ने अहम बदलाव किए हैं. DGP यू आर साहू की मंशा है कि योग्य और प्रतिभावान पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को ही DGP डिस्क मिले.
DGP डिस्क राजस्थान पुलिस में काफ़ी प्रतिष्ठित सम्मान है. हर पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी इस सम्मान को लेना चाहता है. लेकिन बीते कुछ वर्षों में इस सम्मान को लेकर PHQ की चयन प्रकिया बहुत पारदर्शी नहीं रही है. प्रदेश के पुलिस बेड़े में बड़ी संख्या में ऐसे पुलिस कर्मी है जिनकी यह शिकायत रही है कि अच्छे काम के बाद भी उन्हें DGP डिस्क नहीं मिली है जबकि कई पुलिस कर्मी ऐसे हैं जिन्हें 2 बार या इससे अधिक बार भी DGP डिस्क मिल चुकी है. DGP यू आर साहू ने अब DGP डिस्क चयन प्रकिया में अहम बदलाव किए हैं. DGP की मंशा है कि जिलों और रेंज से DGP डिस्क के लिए जो सिफारिशें आती हैं वह वास्तविक सम्मान की हकदार होनी चाइए. एक्स्ट्रा आर्डिनरी काम करने वाले योग्य लोगों को ही यह सम्मान मिले इसे ध्यान में रखते हुए DGP ने चयन प्रकिया के लिए संशोधित आदेश जारी किए है. अब एक ही काम के लिए 2,3 से अधिक लोगों को DGP डिस्क नहीं मिलेगी साथ ही DGP डिस्क के लिए नाम का चयन करते समय पुलिस कर्मी का बैकग्राउंड भी देखा जाएगा.
पात्रता हेतु निर्धारित शर्तेः
डीजीपी डिस्क पात्रता हेतु पुलिस विभाग में 03 वर्ष की न्यूनतम सेवा अवधि होना अनिवार्य है
एक बार डीजीपी डिस्क स्वीकृति के उपरान्त अगले डीजीपी डिस्क हेतु 01 वर्ष की अवधि के 2 अन्तराल आवश्यक होगा.
पुलिस विभाग / न्यायालय में कार्मिक के विरूद्ध कोई 16/17 सीसीए में विभागीय जांच/एसीबी प्रकरण / अपराधिक प्रकरण विचाराधीन होने पर "महानिदेशक पुलिस प्रशस्ति डिस्क और प्रशस्ति-रोल" देय नही होगा.
डीजीपी डिस्क प्रदान किये जाने वाले क्षेत्रः-
कठिन, सनसनीखेज और जघन्य मामलों का अनुसंधान में किए गए उल्लेखनीय प्रयास, जिससे पुलिस विभाग के बारे में सार्वजनिक धारणा में सुधार हुआ हो.
2.1 अपराध नियंत्रण- हथियारों, गोला-बारूद, विस्फोटकों, नशीले पदार्थों और मानव तस्करी से संबंधित मामलों में प्रभावशाली बरामदगी
सामान्य प्रशासन व आपदा राहत- कोई ऐसे उल्लेखनीय कार्य जो बल की प्रतिष्ठा में वृद्धि करने या जनता की धारणा में सुधार लाने के लिए प्रशंसनीय माना जा सके.
विभिन्न स्तरों पर सुपरवाईजरी अधिकारियों द्वारा नेतृत्व, नियंत्रण, संयम, पहल और तत्परता जैसे गुणों का प्रदर्शन करते हुए संचालन की उचित योजना और निष्पादन
प्राकृतिक आपदाओं के दौरान किया गया प्रशंसनीय कार्य. कानून-व्यवस्था
कानून व्यवस्था की स्थिति के दौरान उल्लेखनीय उपलब्धि
कानून व्यवस्था की स्थिति के दौरान जीवन रक्षक कार्य और चिकित्सा सहायता प्रदान करने में विशेष योगदान. जिन कर्मियों के प्रकरण जीवन रक्षक पदक / प्रधानमंत्री के जीवन रक्षक पदक के लिए विचाराधीन हैं अथवा सिफारिश किये गये है, उन्हें भी डीजीपी का प्रशंसा पदक प्रदान किये जाने पर विचार किया जा सकेगा
आसूचना :- • आसूचना संग्रहण, आंतरिक सुरक्षा, काउंटर-इंटेलिजेंस और काउंटर टेररिज्म के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्य
DGP डिस्क के लिए जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक अब जिला स्तर से आने वाले DGP डिस्क प्रस्तावों का पुलिस मुख्यालय में संबंधित शाखा के ADG द्वारा परीक्षण भी किया जाएगा. परीक्षण के बाद ही DGP डिस्क के किए नाम फाइनल किया जाएगा. अभीकुछ जिलों से SP की ओर से अपने चहेते लोगों की सिफारिश का भी ट्रेंड रहा है जो अब बंद हो सकेगा.
कार्मिक शाखा द्वारा प्रस्तावों को महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय (सदस्य सचिव) के माध्यम से निम्नांकित अधिकारियों को परीक्षण हेतु प्रेषित किये जाऐंगे
आपराध नियंत्रण अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (अपराध),
इन्टेलीजेंस क्षेत्र राजस्थान जयपुर, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, इन्टेलिजेंस
खेल/प्रशिक्षण/आपदा प्रबन्धन
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, ऑर्ड बटालियन्स,
सामान्य प्रशासन / कानून-व्यवस्था रिजर्व पुलिस लाईन
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, कानून-व्यवस्था