मेलबर्न: क्रिकेट को अलविदा कह चुके आस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के पूर्व कप्तान आरोन फिंच का मानना है कि लगातार काउंटी और घरेलू क्रिकेट खेलने से इंग्लैंड को हाल ही में इतनी सफलता मिली है.
उन्होंने कहा कि कार्यभार से खिलाड़ियों को एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में आसानी से ढलने में मदद मिलती है इंग्लैंड ने हाल ही में टी20 और वनडे विश्व कप जीता और दस में से नौ टेस्ट अपने नाम किये.
अलग अलग प्रारूपों में ढलने में दिक्कत नहीं होती:
फिंच ने कहा कि इंग्लैंड के युवा क्रिकेटर अपने शुरूआती दिनों में ही इतना क्रिकेट खेल लेते हैं कि उन्हें अलग अलग प्रारूपों में ढलने में दिक्कत नहीं होती. उन्होंने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा कि ये युवा खिलाड़ी काफी क्रिकेट खेलते हैं , खासकर अपने शुरूआती समय में . इससे इन्हें अलग अलग प्रारूप में खुद को ढालने में आसानी होती है. फिंच ने कहा कि क्लब क्रिकेट से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक वे काफी मैच खेलते हैं . इतना ज्यादा क्रिकेट खेलने के कारण तैयारी का तरीका भी अलग होता है. सोर्स-भाषा