जयपुरः जेडीए की ओर से कराए जाने वाले विभिन्न प्रोजेक्ट्स का कार्य गुणवत्तापूर्ण हों और निर्धारत मानकों की उनमें पालना की जाए, इसको लेकर जेडीए जल्द ही थर्ड पार्टी जांच की व्यवस्था लागू करेगा. किस तरह सुनिश्चित होगी गुणवत्ता और किस तरह होगी थर्ड पार्टी जांच.
जेडीए की ओर से शहर में सड़क निर्माण,रेलवे ओवर ब्रिज,फ्लाई ओवर व एलिवेटेड रोड,सीवरेज व ड्रैनेज आदि से संबंधित बड़े प्रोजेक्ट्स हाथ में लिए गए हैं. इन प्रोजेक्ट्स का कार्य निर्धारित मापदंडों के अनुसार हो और गुणवत्ता के सभी मानकों की उसमें पालना की जाए, इसके लिए जेडीए पहली बार ऐसे प्रोजेक्ट्स की थर्ड पार्टी जांच करने की व्यवस्था लागू करने वाला है. जेडीए की कार्यकारी समिति की हाल ही हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. आपको बताते हैं कि कितनी लागत के कौनसे प्रोजेक्ट्स थर्ड पार्टी जांच के दायरे में आएंगे और थर्ड पार्टी जांच में प्रोजेक्ट के किन-किन कार्यों की जांच होगी.
विकास कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने की जेडीए की बड़ी कवायद
बड़ी लागत के विकास कार्यों की होगी थर्ड पार्टी जांच
10 करोड़ व अधिक लागत के सड़क निर्माण कार्य होंगे शामिल
थर्ड पाटी जांच के दायरे में होंगे शामिल
थर्ड पार्टी डामर,सड़क के कॉम्पैक्शन और
स्ट्रक्चरल कंपोनेंटस की करेगी जांच
25करोड़ व इससे अधिक लागत के रेलवे ओवरब्रिज और
फ्लाई ओवर का निर्माण होगा थर्ड पार्टी जांच के दायरे में
थर्ड पार्टी पुल की स्ट्रक्चरल सेफ्टी और
लांग टर्म परफॉरमेंस के लिहाज से करेगी जांच
20 करोड़ या अधिक लागत का पब्लिक बिल्डिंग निर्माण होंगे दायरे में
थर्ड पार्टी की ओर से जांच के दायर में होगा यह निर्माण
पब्लिक बिल्डिंग की आरसीसी क्वालिटी,मैकेनिकल,
इलेक्ट्रिकल,प्लम्बिंग आदि कार्यों की जांच करेगी थर्ड पार्टी
20 करोड़ व इससे अधिक लागत
अथवा 50 यूनिट्स से अधिक यूनिट्स के हाउसिंग प्रोजक्ट्स होंगे दायरे में
थर्ड पार्टी जांच में शामिल होंगे ये हाउसिंग प्रोजेक्ट्स
प्रोजेक्ट के फाउंडेशन,कंक्रीट,वाटर प्रूफिंग और
फिनिशिंग के कार्य की की जाएगी थर्ड पार्टी जांच
15 करोड़ व इससे अधिक लागत के सीवरेज और
ड्रैनेज प्रोजेक्ट्स होंगे थर्ड पार्टी जांच के दायरे में
प्रोजेक्ट के विभिन्न पहलुओं की होगी थर्ड पार्टी जांच
10 करोड़ रुपए या अधिक लागत के वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट्स की होगी जांच
इन प्रोजेक्ट्स की होगी थर्ड पार्टी जांच
प्रोजेक्ट के लीक प्रूफ पाइपलाइन्स व चैबर वर्क्स की थर्ड पार्टी की होगी जांच
5 करोड़ या अधिक लागत के अरबन लैंड स्केपिंग,पार्क
और लेक फ्रंट्स प्रोजेक्ट्स होंगे थर्ड पार्टी जांच के दायरे में
5 करोड़ रुपए व अधिक लागत के स्ट्रीट स्कैपिंग,स्मार्ट रोड्स,
जंक्शन रिडवलपमेंट कार्य होंगे थर्ड पार्टी जांच के दायरे में
विभिन्न प्रोजेक्ट्स में मैकेनिकल,इलैक्ट्रिकल,प्लम्बिंग और
अन्य यूटीलिटीज संबंधित कार्य होंगे थर्ड पार्टी जांच के दायरे में
आर्किटेक्चरल,आइकॉनिक प्रोजेक्ट्स,न्यू टेक्नोलोजी,पायलट प्रोजेक्ट्स,
फ्लड मीटिगेशन,ड्रैनेज मास्टर प्लान प्रोजेक्ट होंगे दायरे
थर्ड पार्टी जांच के दायरे में होंगे ये प्रोजेक्ट्स
राष्ट्रीय व राज्य स्तर के फ्लैगशिप मिशन के प्रोजेक्ट्स,
कॉम्पलैक्स इंजीनियरिंग वाले प्रोजेक्ट्स,नवाचार या
नई तकनीक से जुड़े प्रोजेक्ट्स,नए,अंडर परफॉरमिंग कॉन्ट्रेक्टर्स के कार्य,
जियो टैक्निकनली चैलेंजिंग जोन में किए जाने वाले कार्य होंगे शामिल
थर्ड पार्टी की जांच के दायरे में होंगे शामिल
विभिन्न विकास कार्यों की थर्ड पार्टी जांच के लिए जेडीए की ओर से थर्ड पार्टी फर्मों का एम्पैनलमेंट किया जाएगा. थर्ड पार्टी फर्म की क्लीन चिट के बाद ही काम करने वाली फर्म को जेडीए किए गए कार्य का भुगतान करेगा. वहीं दूसरी तरफ ये जांच करने वाली फर्मों की परफॉरमेंस की भी नियमित समीक्षा की जाएगा. आपको बताते हैं कि कैसे होगा यह सब
जेडीए की ओर से फर्मों का किया जाएगा एम्पैनलमेंट
इसमें आईआईटी,एनआईटी,एनबीसीसी,रेलवे की राइट्स संस्था
और राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित निजी फर्में की जाएंगी शामिल
ये फर्में करेंगी प्रोजेक्ट की गुणवत्ता की थर्ड पार्टी जांच
जांच के लिए थर्ड पार्टी फर्में करेंगी ये काम
नियमित निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच,मौका निरीक्षण,
जियो टैक्निकल/स्ट्रक्चरल ऑडिट्स करना,
निर्माण कार्य के दौरान आकस्मिक निरीक्षण करेंगी
प्रोजेक्ट में किए गए कार्य का अनुबंधित फर्म को तभी मिलेगा भुगतान
जब थर्ड पार्टी फर्म किए गए कार्य की गुणवत्ता का देगी प्रमाण पत्र
थर्ड पार्टी फर्म स्पष्ट करेगी की कि कार्य है निर्धारित मानकों के अनुरूप
प्रोजेक्ट के लिए कार्यकारी एजेंसी से किए एग्रीमेंट होगा स्पष्ट
थर्ड पार्टी जांच के लिए प्रोजेक्ट के विभिन्न चरण होंगे स्पष्ट
थर्ड पार्टी जांच में होने वाला खर्च प्रोजेक्ट की लागत में होगा शामिल
थर्ड पार्टी जांच करने वाली फर्म की परफॉरमेंस की होगी त्रैमासिक समीक्षा
इंटरनल ऑडिट सेल या मॉनिटरिंग कमेटी करेगी त्रैमासिक समीक्षा
इस सेल में संबंधित जोन के अतिरिक्त मुख्य अभियंता,अधीक्षण अभियंता,
और जेडीए की गुणवत्ता नियंत्रण प्रकोष्ठ के अधीक्षण अभियंता होंगे शामिल
इस कमेटी के निष्कर्ष भेजे जाएंगे जेडीए आयुक्त को
नॉन परफॉरमेंस वाली फर्मों को जेडीए हटाएगा पैनल से
साथ ही मामले में दोषी पाए जाने पर फर्म के खिलाफ जेडीए करेगा कार्रवाई
जेडीए की ओर से किए जाने वाले सभी भावी कार्यों की होगी जांच
मौजूदा चल रहे ऐसे कार्य जिनमें दस प्रतिशत से कम हुआ है काम
ऐसे मौजूदा कार्य भी होंगे थर्ड पार्टी जांच के दायरे में