Haryana में सूरजमुखी बीज के लिए MSP की मांग को लेकर पिपली में जुटे किसान

कुरुक्षेत्र : सूरजमुखी के बीज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और अन्य मांगों को लेकर सोमवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के पिपली में आयोजित महापंचायत में शामिल होने के वास्ते बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हुए. महापंचायत में विभिन्न खाप के नेताओं और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत के अलावा, भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया भी मौजूद थे.

'एमएसपी दिलाओ, किसान बचाओ महापंचायत'

भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) द्वारा बुलाई गई 'एमएसपी दिलाओ, किसान बचाओ महापंचायत' पिपली में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के पास एक अनाज मंडी में आयोजित की गई थी. इस राजमार्ग को कुछ दिनों पहले किसानों ने यह मांग करते हुए अवरुद्ध कर दिया था कि सरकार सूरजमुखी के बीज एमएसपी पर खरीदे. भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में किसानों ने छह जून को शाहाबाद के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को इस मांग के साथ छह घंटे से अधिक समय तक जाम कर दिया था कि सरकार सूरजमुखी के बीज न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदे. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया था और लाठीचार्ज किया था. बाद में, बीकेयू (चढूनी) के अध्यक्ष सहित इसके नौ नेताओं को दंगा और गैर-कानूनी सभा सहित विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया गया था.

सरकार खरीदे सूरजमुखी के बीज

महापंचायत को संबोधित करते हुए, कुछ किसान नेताओं ने सरकार की उसकी 'किसान विरोधी' नीतियों और किसान नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के लिए आलोचना की. उन्होंने मांग की कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज खरीदे और हाल ही में शाहाबाद में गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों को रिहा किया जाए. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बीकेयू नेताओं ने महापंचायत को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए रविवार रात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को 36,414 एकड़ में उगने वाले सूरजमुखी के लिए 8,528 किसानों को अंतरिम मुआवजे के रूप में 29.13 करोड़ रुपये जारी किए थे. किसान मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार सूरजमुखी को 6,400 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे. भावांतर भरपाई योजना के तहत राज्य सरकार एमएसपी से नीचे बेची जाने वाली सूरजमुखी की फसल के लिए अंतरिम समर्थन के रूप में 1,000 रुपये प्रति क्विंटल दे रही है. सोर्स भाषा