जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्रदेश की महिला खिलाड़ियों के लिए घोषित की गई सौगात अब धरातल पर उतरने जा रही है. राज्य खेल परिषद प्रदेश के तीन शहरों जयपुर, भरतपुर व उदयपुर में रेजिडेंशियल गर्ल्स स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट खोलने जा रही है, जिसमें विभिन्न खेलों में प्रदेश की बालिकाओं को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. इस महीने तक तीनों जगह के लिए चयन ट्रायल पूरी हो जाएगी. प्रदेश में पहली बार महिला खिलाड़ियों के लिए इस तरह के संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं.
प्रदेश की बेटियां अगर खेल को अपना कॅरिअर बनाना चाहती है, तो उनके लिए एक नया मंच तैयार हो रहा है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने लड़कियों को खेलों में आगे बढ़ने के लिए रेजिडेंशियल गर्ल्स स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट का फैसला किया था. एक साल पहले मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए यह सौगात दी थी. अब इसको अमलीजामा पहनाया जा रहा है. प्रदेश के तीन शहरों जयपुर, भरतपुर व उदयपुर में ये इंस्टीट्यूट खोलने का फैसला कर लिया गया है. चयन ट्रायल भी शुरू हो गई है और इस महीने तक चयन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. चयनित खिलाड़ियों को सरकार द्वारा आवास, शिक्षा व कोचिंग की बेहतरीन सुविधाएं दी जाएंगी. मुख्य फोकस खेल पर रहेगा, ताकि इन इंस्टीट्यूट से राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकल सके.
-जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में खोला जाएगा रेजिडेंशियल गर्ल्स स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट
-एथलेटिक्स के 25, बॉक्सिंग के 10, वेटलिफ्टिंग के 10 खिलाड़ी चयनित होंगे
-फुटबॉल के 25 व कबड्डी के 20 खिलाड़ी लिए जाएंगे जयपुर में
-अन्य खेलों के 10 खिलाड़ी भी अलग से चयनित होंगे
-जिन खिलाड़ियों ने कम से कम जूनियर प्रतियोगिताओं में गत दो वर्षों में मेडल प्राप्त किया हो
-उन खिलाड़ियों को लिया जाएगा 10 खिलाड़ी के ग्रुप में
-भरतपुर में एथलेटिक्स के 25 तथा कुश्ती, कबड्डी व हॉकी के 20-20 खिलाड़ी लिए जाएंगे
-भरतपुर के लिए भी अन्य खेलों के 10 खिलाड़ी चयनित किए जाएंगे
-इन सेंटर के लिए 30 जून को सवाई मानसिंह स्टेडियम जयपुर में ट्रायल होगी
-रेजिडेंशियल गर्ल्स स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट के लिए भी पांच खेल चयनित
-एथलेटिक्स के 25, तीरंदाजी के 15, जूडो के 10 तथा कबड्डी व बास्केटबॉल के 20-20 खिलाड़ी चयनित होंगे
मुख्य खेल अधिकारी व द्रोणाचार्य अवार्डी वीरेंद्र पूनिया ने बताया कि अंतिम रूप से चयनित खिलाडियों को आवास, भोजन, शिक्षा एवं सीमित चिकित्सा व्यय आदि की सुविधा नियमानुसार खेल द्वारा निःशुल्क उपलब्ध करवाई जावेगी. वर्ष 2025-26 की चयन स्पधो में खिलाडियों की आयु सीमा बालिका वर्ग में 14 से 20 तक रखी गई है. आयु की गणना 1 जनवरी, 2025 से की जावेगी. ट्रायल के दो अहम नियम भी खेल परिषद ने किए हैं. एक तो अभ्यार्थी किसी भी प्रकार की बीमारी से ग्रसित नहीं होना चाहिए, दूसरा वह अविवाहित होनी चाहिए. अगर चयन के बाद पता लगा कि खिलाड़ी विवाहित है, तो उसे संस्थान से बाहर कर दिया जाएगा.