जयपुर: ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि हमने दो लाख घरों को बिजली देने का लक्ष्य रखा है. हम हर पंचायत में एक आदर्श सोलर ग्राम बनाएंगे. इसके लिए वहां दो मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जाएगा.
हीरालाल नागर ने कोल ब्लॉक को लेकर पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोल ब्लॉक को लेकर खुद विफल रही कांग्रेस अब राजनीति कर रही है. पिछले 5साल में सभी स्वीकृति होने के बावजूद कांग्रेस छत्तीसगढ़ से कोयला नहीं ले पाई. इस कुप्रबंधन का नतीजा रहा कि बिजली कंपनी वित्तीय संकट के कगार पर आ गई है.
फ्यूल चार्ज के लिए पूर्ववर्ती सरकार का कुप्रबंधन जिम्मेदार है. पूर्ववर्ती सरकार छत्तीसगढ़ में खुद की सरकार होने के बाद भी कोयला नहीं ला पाई. और महंगी दर पर कोयला खरीदा, जिसका नतीजा है कि अब फ्यूल सरचार्ज बढ़ा है. विकास के काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में 4 संयुक्त उपक्रमों की स्थापना को मंजूरी दी गई है. इन उपक्रमों से 1 लाख 34 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा. कोल इंडिया लिमिटेड और आरवीयूएनएल के बीच संयुक्त उपक्रम होगा. इसमें एक तापीय परियोजना एवं दूसरी अक्षय ऊर्जा परियोजना होगी.
इन JV से बिजली की बेस लोड और पीक लोड डिमांड पूरी होगी. साथ ही बिजली उत्पादन में प्रदेश के वित्तीय भार में कमी आएगी. पहली परियोजना कालीसिंध तापीय परियोजना झालावाड़ परिसर में 800 मेगावाट की इकाई या किसी अन्य पीटहैड ग्रीनफील्ड कोयला परियोजना की स्थापना की जाएगी.
दूसरी जेवी के तहत दो हजार से ढाई हजार मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना. पंप स्टोरेज परियोजना और पवन ऊर्जा परियोजना की स्थापना की जाएगी. इन परियोजनाओं से 17 हजार 200 से 24 हजार 400 करोड़ रूपये का प्रदेश में निवेश होगा.