जयपुर: लोकसभा चुनाव में इस बार पहली बार होम वोटिंग का विकल्प मिलने जा रहा है. विधानसभा चुनाव में जहां एक ओर 80 वर्ष और इससे ज्यादा की आयु के वरिष्ठ नागरिकों को होम वोटिंग की सुविधा दी गई थी. वहीं लोकसभा चुनाव में इस विकल्प को पहली बार आजमाते हुए यह छूट 85 वर्ष और इससे ज्यादा की आयु के सीनियर सिटीजन को यह मौका दिया जा रहा है. इसके बावजूद विधानसभा चुनाव से ज्यादा होम वोटिंग के पात्र वोटर्स के बढ़ते आंकड़े होम वोटिंग की ओर बढ़ते उत्साह की तस्दीक करते हैं.
राजस्थान में इस बार होम वोटिंग का अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा पार हो सकता है.
--- होम वोटिंग : आंकड़ों के आइने में ---
-राजस्थान में पहली बार विधानसभा आम चुनाव 2023 में होम वोटिंग की सुविधा दी गई थी.
-80 वर्ष और इससे ज्यादा की आयु के वोटर्स और 40 फीसदी दिव्यांग वोटर्स को यह सुविधा दी गई थी.
-विधानसभा आम चुनाव-2023 में हुई थी 99 प्रतिशत होम वोटिंग
-करीब 61,424 मतदाताओं ने होम वोटिंग की
-इसमें 80 साल और उससे ज्यादा के 49,650 वरिष्ठ नागरिक और 11,774 दिव्यांग शामिल थे
-पहले चरण के लोकसभा चुनाव में 5 अप्रैल से शुरू होगी होम वोटिंग
-13 अप्रैल तक पात्र वोटर्स के घर घर जाकर कराएंगे होम वोटिंग
-जो पहली बार में पात्र वोटर्स नहीं मिले तो 15-16 अप्रैल को दल फिर जाकर करेगा होम वोटिंग का प्रयास
-दूसरे चरण के चुनाव के लिए 14-21 अप्रैल तक होगी होम वोटिंग
-जबकि 22-23 अप्रैल को मिलेगा पहली बार अनुपस्थित रहने वालों को दूसरा मौका
-पहले चरण में 85 वर्ष से ज्यादा के 27526 वोटर्स कर सकेंगे होम वोटिंग
-इसी चरण में 9308 दिव्यांग वोटर्स कर सकेंगे होम वोटिंग
-कुल मिलाकर 36834 वोटर्स हैं होम वोटिंग के पात्र
-पहले चरण में 2 विधानसभा क्षेत्रों में सौ से कम होम वोटिंग के पात्र वोटर्स
-जबकि 25 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां 500 से ज्यादा होम वोटिंग के पात्र मतदाता
-दूसरे चरण में अब तक होम वोटिंग के लिए पंजीकरण करने वाले वोटर्स का आंकड़ा 37000 तक पहुंच रहा है और इसके लिए मंगलवार तक पंजीकरण कराया जा सकता है.
-दोनों चरण मिलाकर यह आंकड़ा 75000 के पार पहुंच सकता है.
-विधानसभा चुनाव के 61628 के पंजीकरण के मुकाबले यह आंकड़ा खासा ज्यादा है.
-यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि विधानसभा चुनाव में जहां 80 साल और उससे ज्यादा आयु के सीनियर सिटीजन को होम वोटिंग की सुविधा दी गई थी तो वहीं लोकसभा चुनाव में यह सुविधा 85 साल और उससे ज्यादा के वरिष्ठ नागरिकों के लिए की गई है.
-सीकर लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 3866 वरिष्ठ नागरिकों का किया पंजीकरणऔर गंगानगर में 1 हजार 160 दिव्यांगों का पंजीकरण किया गया है.
पात्र मतदाता सुविधा के चयन के लिए 12 डी फॉर्म भरकर बीएलओ को देंगे जिसके बाद उसकी तय प्रोटोकॉल के साथ होम वोटिंग की जिम्मेदारी है.