पेंच टाइगर रिजर्व से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघिन का ट्रांसलोकेशन आज, MI-17 हेलिकॉप्टर से जयपुर पहुंचेगी बाघिन

पेंच टाइगर रिजर्व से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघिन का ट्रांसलोकेशन आज, MI-17 हेलिकॉप्टर से जयपुर पहुंचेगी बाघिन

जयपुर: पेंच टाइगर रिजर्व से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघिन का आज ट्रांसलोकेशन होगा. लगभग 3 वर्ष आयु की बाघिन को MI-17 हेलीकॉप्टर से पहले जयपुर लाया जा रहा है. भारतीय वायुसेना के सहयोग से अंतर-राज्यीय ट्रांसलोकेशन सफल होगा. एक माह से वैज्ञानिक योजना और सटीक रणनीति पर आधारित अभियान है. AI कैमरा ट्रैप और मोशन सेंसर से बाघिन की सतत निगरानी होगी. बाघ संरक्षण और आनुवंशिक विविधता की दिशा में अहम उपलब्धि है.

राजस्थान वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक सुगनाराम जाट ने समन्वय किया. पशु चिकित्सक डॉ. तेजिंदर एक माह से अभियान की निगरानी में रहे हैं. फील्ड डायरेक्टर देवप्रसाद जे. के मार्गदर्शन में कार्य संपन्न हुआ. उप संचालक रजनीश कुमार सिंह का महत्वपूर्ण सहयोग रहा. मिशन लीडर सहायक संचालक गुरलीन कौर (IFS) ने नेतृत्व किया. अंतर-राज्यीय टीमवर्क से ट्रांसलोकेशन मॉडल बनेगा. 

बाघिन को डॉ.अखिलेश मिश्रा और डॉ.प्रशांत ने ट्रेंकुलाइज किया. वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन ट्रस्ट की टीम शामिल रही. डॉ. काजल, डॉ.अमोल और बायोलॉजिस्ट अनिमेष चव्हाण का सहयोग मिला. कुरई और रुखड़ रेंज के मैदानी अमले की अहम भूमिका रही. रेंज अधिकारी लोकेश कुमार चौधरी सहित स्टाफ तैनात रहा. वैज्ञानिक वन्यजीव प्रबंधन से टाइगर संरक्षण को नई मजबूती मिली.