VIDEO: अपराधियों की खैर नहीं! पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय कांफ्रेंस, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: संगठित अपराधों पर लगाम कसने के लिए आज पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय कांफ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें 5 राज्यों के एडीजी स्तर के पुलिस अधिकारी शामिल हुए. प्रदेश के उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई मसलों को लेकर आम सहमति बनी. राजस्थान में गत कुछ माह से गैंगवार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. अब सिर्फ शेखावाटी में ही नहीं बल्कि जयपुर में भी फायरिंग जैसी घटनाओं ने पुलिस महकमे की चिंताएं बढ़ा दी है.सीकर में राजू ठेठ हत्या कांड नागौर के कोर्ट परिसर में हुआ हत्याकांड जयपुर में जी क्लब के बाहर हुई फायरिंग जैसी घटनाओं मे दूसरे प्रदेशों में बैठे अपराधियों की मुख्य भूमिका सामने आई है जो पुलिस मुख्यालय के लिए चिंता का एक बड़ा कारण है. इसी को ध्यान में रखते हुए आज पुलिस मुख्यालय में पड़ोसी राज्यों के एडीजी स्तर अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें हरियाणा पंजाब गुजरात और दिल्ली के एडीजी शामिल हुए.

बैठक में DGP उमेश मिश्रा ने कहा कि आपराधिक घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए पुलिस को भी संगठित होकर गंभीर सामुहिक प्रयास करने होंगे. उन्होंने कहा कि हार्डकोर क्रिमिनल्स के बारे में सभी आवश्यक सूचनाओं को पड़ौसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ साझा कर संगठित अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है. DGP ने गैंगस्टर और हार्डकोर क्रिमिनल के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाते हुए गैंगस्टर की गिरफ्तारी के लिए पड़ौसी राज्यों में परस्पर समन्वय की जरूरत बताई.उन्होंने संगठित अपराधियों के सम्बंध में क्रिमिनल डेटा और इंटेलिजेंस साझा करने साथ ही ऐसे असामाजिक तत्वों को सोशल मीडिया पर फॉलो और समर्थन करने और उन्हें किसी भी प्रकार की सहायता देने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध भी निरन्तर कार्रवाई को जरूरी बताया. बैठक में सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के बीच सहमति बनी के हार्डकोर अपराधियों से जुड़ी सभी तरह की जानकारी पड़ोसी राज्य एक दूसरे राज्य की पुलिस के साथ साझा करेंगे.

बैठक में डीजीपी मिश्रा ने कहा कि अधिकतर हार्डकोर अपराधी को जेलों में बंद है वह मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं इस कारण भी आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं. बीजेपी ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से कारागार ओं का नियमित निरीक्षण करना और हार्डकोर अपराधियों पर जेल के अंदर भी नजर रखना बहुत जरूरी है. DGP ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी की घटनाओं के संबंध में भी गंभीरता बरतने पर जोर दिया. उन्होंने बाल सुधार गृह में भिजवाये गए बाल अपचारियों के आचरण पर नजर रखकर उनमें आवश्यक सुधार करने के प्रयास करने के भी निर्देश दिए.

बैठक में साइबर अपराधियों की धरपकड़ करने और साइबर अपराध पर लगाम कसने के लिए भी सभी राज्यों के बीच सूचनाएं आदान प्रदान करने पर सहमति बनी. बीजेपी ने बैठक में बताया कि मेवात क्षेत्र में राजस्थान पुलिस ने गत दिनों 60000 सिम कार्डों को ब्लॉक किया है.अंतर राज्य केंद्र और अपराधियों के विरुद्ध संयुक्त कार्यवाही करने के लिए बीजेपी ने कहा कि एक दूसरे राज्य की पुलिस को सभी सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी. बैठक में विदेश में बैठकर गैंग संचालित करने वालों के विरुद्ध केन्द्र के स्तर पर केंद्रीय यूनिट गठित की आवश्यकता बताई.

5 राज्यों की समन्वय समिति की इस बैठक में एडीजीपी एसओजी अशोक राठौड़, पुलिस आयुक्त आनन्द श्रीवास्तव, एडीजीपी दिनेश एमएन, हवासिंह घुमरिया  एस सेंगत्थिर, आईजी ओमप्रकाश ने भी अपने सुझाव रखे. बैठक में हरियाणा एडीजीपी चारु बाली, पंजाब एडीजीपी अमित प्रकाश, दिल्ली के स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव, गुजरात के मुकेश पटेल, क्राइम ब्रांच में डीआईजी राहुल प्रकाश सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.