दिल्ली: राजस्थान की एक विशेष एनआईए अदालत ने आईएसआईएस से जुड़े एक आतंकवादी को देश में आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की साजिश के लिए सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई.
एनआईए अदालत जयपुर के विशेष न्यायाधीश ने 2016 में मोहम्मद सिराजुद्दीन उर्फ सिराज को भारतीय दंड संहिता तथा विधिविरुद्ध क्रियाकलाप रोकथाम अधिनियम की अनेक धाराओं के तहत दोषी ठहराया. संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी.
संलिप्त रहने के लिए प्रभावित करने से जुड़ा:
प्रवक्ता के अनुसार मामला आईएसआईएस की विचारधारा को प्रचारित करने और सिराज के फेसबुक, वॉट्सऐप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया मंचों पर अन्य लोगों को प्रतिबंधित आतंकवादी समूह का सदस्य बनने तथा आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त रहने के लिए प्रभावित करने से जुड़ा है.
ऑनलाइन चैट और संदेश का इस्तेमाल कर रहा:
कर्नाटक के गुलबर्गा का रहने वाला सिराजुद्दीन युवाओं को हिंसा तथा आतंकवाद के कृत्यों के लिए उकसाते हुए पाया गया. प्रवक्ता ने कहा कि वह जयपुर में रह रहा था और दुनिया के अनेक हिस्सों में आईएसआईएस या इस्लामिक स्टेट की विचारधारा को फैलाने के लिए ऑनलाइन चैट और संदेश का इस्तेमाल कर रहा था. सोर्स-भाषा