VIDEO: खेलने की उम्र में नरक भोग रहे मासूम, शास्त्री नगर थाना पुलिस ने आजाद करवाया बचपन, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर की शास्त्री नगर थाना पुलिस ने बडी कार्रवाई करते हुए चूडी के कारखाने से 25 बालश्रमिकों को मुक्त करवाया है. पुलिस ने इस प्रकरण में चार युवकों और तीन युवतियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.सभी मासूम बच्चे बिहार के रहने वाले है.खेलने की उम्र में इन मासूम बच्चों से पूरे दिन काम करवाया जाता था.बच्चाें की बातें सुन शास्त्री नगर थानाप्रभारी दिलीप सिंह के आंखे भी नम हो गई. एक कारखाना,जहां बने हुए है चार कमरे.हर कमरे में सात से आठ बच्चे, सुबह छह बजे उठना और उठते ही लग जाना चूडी बनाने के काम पर.अगर कोई बच्चा छह बजे नही उठ पाए तो ये संचालक उसके साथ कर देते जमकर मारपीट.

ये बच्चे आज अपनी किस्मत पर आंसू बहा रहे है.खिलौने से खेलने की उम्र में इन्हे सारे दिन कमरो में बन्द रहकर चूडी बनाने का काम करना पड रहा है.इतना ही नही अगर खाने की बात करे तो एक दिन में करीबन 13 घंटे काम करने के बावजूद भी इन्हे केवल एक टाइम का खाना दिया जा रहा है.इन बच्चों ने सोचा था की इनका बचपन चूडी कारखाने की दिवारो में ही दम तोड देगा, लेकिन एक मुखबिर ने शास्त्री नगर थानाप्रभारी दिलीप सिंह को यह सूचना दे दी. फिर क्या था दिलीप सिंह ने तुरंत एक्शन लेते हुए बच्चो को मुक्त करवा लिया और चार युवकों और तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस अधिकारियों की माने तो कार्रवाई के दौरान आरोपियों ने अपने कारखाने के गेट बंद कर लिए और बच्चो को पीछे के गेट से भगाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस टीम ने दरवाजे तोडकर संचालको के मंसूबो पर पानी फेर दिया.कार्रवाई के बाद रोते बिलखते बच्चों ने शास्त्री नगर थानाप्रभारी दिलीप सिंह से अपनी दिनचर्या बताई.बच्चों की बाते सुनकर दिलीप सिंह का दिल भी पसीज गया और उनकी आंखे भर आई.दिलीप सिंह के मुताबिक मुक्त् करवाए गए सभी बच्चे बिहार के रहने वाले है.

आरोपियों ने इनने गरीब परिजनों को इनके अच्छी शिक्षा और बेहतर कैरियर का झांसा दिया और इन्हे बिहार से जयपुर ले आए.परिजनों ने भी अपने बच्चो के सुनहरे भविष्य का सपना देख बच्चो को हंसते खेलते आरोपियों के सुपुर्द कर दिया, लेकिन उन परिजनो को यह पता नही था की वे अपने बच्चों को इन राक्षसो को सौंप रहे है.बहरहाल पुलिस ने बेहतरीन कार्य करते हुए इन बच्चो के बचपन को बचा लिया है.ऐसे में अब जरूरत है की हम भी अपने आसपास चलने वालो चूडी के कारखानो पर नजर रखे, जिससे की मासूमों का बचपन बचाया जा सके. 

...सत्यनारायण शर्मा ,फर्स्ट इंडिया न्यूज जयपुर