CM भजनलाल शर्मा बोले- पत्रकार समाज के प्रहरी और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ हैं

CM भजनलाल शर्मा बोले- पत्रकार समाज के प्रहरी और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ हैं

जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि पत्रकार समाज के प्रहरी और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में समाज को जागरूक करने का काम करते हैं. पत्रकार संवेदनशीलता के साथ काम करते हुए निष्पक्षता और पूरी सच्चाई के साथ प्रत्येक घटना को जनता के सामने लाते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निर्भीकता के साथ काम कर रही इस कौम को और अधिक सशक्त बनाने के लिए निरंतर काम कर रही है. 

मुख्यमंत्री निवास पर परिवर्तित बजट में पत्रकारों के लिए हुई घोषणाओं के आभार समारोह में सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रशासन, राजनीति और पुलिस की तरह पत्रकार भी प्रदेश के समग्र कल्याण तथा विकसित राजस्थान के संकल्प सिद्धि को पूरा करने में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आगे भी इसी तरह पत्रकार सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक रहें. साथ ही, समाज के प्रत्येक पहलू को सशक्त बनाने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा शुरू से ही यह मानना है कि पत्रकारिता के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले पत्रकारों का आकलन होना चाहिए. इसलिए सरकार द्वारा इस वर्ष के परिवर्तित बजट में उत्कृष्ट पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों के लिए स्व. बिशन सिंह शेखावत पत्रकारिता पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. साथ ही, पत्रकार कल्याण के लिए बजट में स्वतंत्र पत्रकारों के लिए अधिस्वीकरण की आयु सीमा में छूट, अधिस्वीकृत पत्रकारों के लिए राजस्थान जर्नलिस्ट हैल्थ स्कीम सहित विभिन्न कदम उठाए गए हैं. 

उन्होंने पत्रकारों को आश्वस्त किया कि आगे भी राज्य सरकार लोकतंत्र के इस स्तंभ को और अधिक सशक्त एवं मजबूत बनाने के लिए कार्य करेगी. भजन लाल ने स्व. बिशन सिंह शेखावत को याद करते हुए कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता का पर्याय बने शेखावत ने पत्रकारिता के बेहतर मापदण्ड स्थापित किए हैं. उनके ‘आओ गांव चलें’ कॉलम का सभी पाठकों को बेसब्री से इंतजार रहता था. उन्होंने गांव की परम्पराओं, सामाजिक संस्कृति के ताने-बाने तथा ग्रामीणों के हर अनछूए पहलूओं को बड़ी बारीकी से इस कॉलम में दर्शाया था. शेखावत ने पत्रकारों की आवाज सरकार तक पहुंचाने का काम भी बखूबी निभाया.

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में नागरिक कर्तव्यों का जिक्र करते हुए कहा कि कर्तव्य निभाने में जो अनुभूति होती है, वह अधिकार में नहीं होती. इसलिए हमें सहज भाव से काम के प्रति सजग रहना चाहिए. जिससे देश एवं प्रदेश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकें. उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को भी पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका को समझकर इसे स्वतंत्र, निष्पक्ष और सशक्त बनाए रखने के प्रयास करने चाहिए. 

कार्यक्रम में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह पहली बार हुआ है जब राज्य सरकार ने अपने पहले ही बजट में पत्रकार कल्याण को प्राथमिकता दी है. पत्रकारों ने अपनी मांगों की सुनवाई पर मुख्यमंत्री का दिल से आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर पत्रकारों ने शर्मा को साफा, शॉल तथा स्मृति चिन्ह भी भेंट किया. मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ संवाद भी किया. इस दौरान राज्यभर से आए वरिष्ठ पत्रकार मौजूद रहे.