जयपुर: कर्नाटक में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस शनिवार को जारी मतगणना के रुझानों के अनुसार 113 के जादुई आंकड़े की ओर बढ़ते हुए राज्य में अपने दम पर सरकार बनाती और दक्षिण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एकमात्र गढ़ कर्नाटक में सेंध लगाने की राह पर दिख रही है. वहीं इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान भी सामने आया है.
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक में जो माहौल दिखा था आज उसी का नतीजा कर्नाटक के चुनाव परिणाम में स्पष्ट दिख रहा है. यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने शानदार कैंपेन किया. कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर विकास की राजनीति को चुना है. आने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी इसकी पुनरावृत्ति होगी.
आपको बता दें कि शुरुआती रुझानों से उत्साहित कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को यह संदेश मिल गया है कि जनता के मुद्दों पर टिके रहना ही मायने रखता है. हालांकि भाजपा ने भी बहुमत का जादुई आंकड़ा (113) हासिल करने की उम्मीद जताई है. कर्नाटक विधानसभा के लिए जारी मतगणना के बारे में निर्वाचन आयोग (ईसी) के ताजा रुझानों के अनुसार, विपक्षी दल कांग्रेस 119 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त बनाए हुए है, जबकि भाजपा 72 सीट पर आगे है.
जनता दल सेक्युलर (जद-एस) 22 सीट पर और अन्य छह सीट पर आगे:
पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा के नेतृत्व वाला जनता दल सेक्युलर (जद-एस) 22 सीट पर और अन्य छह सीट पर आगे है. भाजपा नेता और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (शिग्गांव) और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार (कनकपुरा) अपनी-अपनी सीट पर आगे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर हुबली-धारवाड़ सेंट्रल में 2,614 मतों से पीछे हैं. वहां उन्हें कांग्रेस ने मैदान में उतारा था. राज्य में 224-सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को होने वाले चुनाव में भाजपा द्वारा टिकट देने से इनकार किए जाने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी.