राजस्थान में "नि-क्षय मित्र बनाएं-टीबी हराएं" अभियान का आगाज, टीबी के लक्षणों वाले रोगियों की होगी जांच

राजस्थान में "नि-क्षय मित्र बनाएं-टीबी हराएं" अभियान का आगाज, टीबी के लक्षणों वाले रोगियों की होगी जांच

जयपुरः राजस्थान में "नि-क्षय मित्र बनाएं-टीबी हराएं" अभियान का आगाज हो गया है. प्रमुख चिकित्सा सचिव गायत्री राठौड़ ने अभियान की शुरुआत की. शासन सचिवालय में राठौड़ ने अभियान के पोस्टर को भी लॉन्च किया. गायत्री राठौड़ ने जनभागीदारी बढ़ाकर अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए.

गायत्री राठौड़ ने कहा कि सरकार बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में विभाग निरंतर जरूरी कदम उठा रहा है. इन प्रयासों से राजस्थान टीबी मुक्त होने की ओर तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने प्रदेश में क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अर्जित उपलब्धियों की सराहना की. 

साथ ही कार्यक्रम से जुड़ी गतिविधियों को और व्यापक रूप देने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि  ब्लॉकवार नि-क्षय मित्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित कर नियमित समीक्षा की जाए. अधिकाधिक जनभागीदारी सुनिश्चित कर टीबी के प्रति जागरूकता फैलाएं. 

कार्यक्रम में राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ.पुरुषोत्तम सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 अक्टूबर तक प्रदेश में नि-क्षय मित्र बनाएं, टीबी हराएं अभियान चलेगा. अभियान के दौरान नि-क्षय मित्र बनाए जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. ग्राम पंचायत टीबी फोरम की बैठक एवं सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान आयोजित होंगे. टीबी के लक्षणों वाले रोगियों की जांच की जाएगी एवं प्रचार-प्रसार गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. इस अवसर पर संयुक्त निदेशक जयपुर जोन, डॉ.नरोत्तम शर्मा भी उपस्थित रहे.