सिरोहीः सिरोही के पिंडवाड़ा में अजब का वाक्या सामने आया जिसे सुन घर वाले ही नहीं बल्कि वहां के लोग भी भावुक हो गए. हुआ कुछ ऐसा कि एक शख्स 15 साल बाद घर लौटा, जिसका परिवार अंतिम संस्कार कर चुका था. 62 वर्षीय नगीना साहनी की 15 साल बाद घर वापसी ने पूरे इलाके को भावुक कर दिया.
दरअसल कोलकाता के बाबू घाट पर गंगा स्नान के दौरान परिवार से व्यक्ति बिछड़ गया था. 10 साल तलाश के बाद परिवार ने मान लिया था मौत, और अंतिम संस्कार कर दिया था. वहीं पत्नी ने मंगलसूत्र उतार दिया था. बच्चे भी पिता का इंतजार भूल चुके थे.
लेकिन जिगर रावल पिंडवाड़ा जनापुर निवासी और मानव सेवा आश्रम सरूपगंज की कोशिशों से परिवार से मिलन हुआ. जिगर रावल अब तक 10 बिछड़े लोगों को उनके परिवार से मिलवा चुके हैं. यह मिलन उम्मीद और मानव सेवा की मिसाल बना है.