आम आदमी की पहुंच से फिलहाल दूर ही रहेगा "फलों का राजा" आम, फसल खराब होने से जयपुर में भी आवक कमजोर

जयपुर : आम आदमी की पहुंच से फिलहाल फलों का राजा आम दूर ही रहेगा.  फसल खराब होने से जयपुर में भी आम की आवक कमजोर है. मुहाना मंडी में तुलनात्मक रूप से काफी कम आम की आवक हो रही है. मांग व आपूर्ति अंतर के भाव के चलते आम के भाव आसमान पर है.

थोक विक्रेताओं के यहां भी आम के भाव 30 से 100 रुपए प्रति किलो हैं. अगले 15 दिन में आपूर्ति में सुधार की उम्मीद है. इसके बाद भावों में गिरावट की संभावना है. जयपुर फल थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष गोविंद छेलानी ने कहा कि उत्तर प्रदेश से आम आवक बढ़ने से आम लोगों को भी खाने को मिलेगा.

सामान्यत: मई माह में ही राज्य में आम की बम्पर आवक हो जाती है. फसल खराब होने के कारण इस साल आम की आवक कम हो रही है. थोक बाजार में उत्तर प्रदेश से आवक से  दाम में गिरावट होगी. फिलहाल लखनऊ के पास माणकपुर से दशहरी आम की आवक हो रही है.

थोक में 30 से 60 रुपए प्रति किलो आम के भाव चल रहे हैं. जयपुर फल थोक विक्रेता संघ के महामंत्री कैलाश फाटक ने कहा कि गुजराती लंगड़ा आम इस बार मण्डियों में ही नहीं आ रहा. जून के पहले सप्ताह में उत्तर प्रदेश के लंगड़े आम की आवक शुरू हो सकती है. थोक बाजार में लंगड़े आम के भाव करीब 80 से 100 रुपए किलो है.

लंगड़ा आम महंगा होने के कारण इन दिनों रेहड़ी-ठेले पर बिक्री नहीं हो रही है. यूपी से लंगड़ा आम की आवक शुरू होने पर आम आदमी तक आम की पहुंच होगी.  इस बार यूपी में भी आम की फसल काफी कमजोर रही है. अधिकतम 50 फीसदी ही आम की पैदावार बताई जा रही है.