नई दिल्ली : कैंसर रोगियों को कमीशन के लिए निजी प्रयोगशालाओं में रेफर करने के आरोप में मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल के कुछ कर्मचारियों सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह जानकारी पुलिस ने बुधवार को दी.
परमाणु ऊर्जा विभाग के दायरे में आने वाला यह अस्पताल उन्नत कैंसर उपचार और अनुसंधान के लिए जाना जाता है और इसमें देश भर से मरीज आते हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, कुछ कर्मचारियों ने मरीजों को निजी इमेजिंग केंद्रों और प्रयोगशालाओं में डायग्नोस्टिक स्कैन कराने के लिए कहा, और उन्हें बताया कि अस्पताल में स्कैन के लिए लंबी प्रतीक्षा अवधि है.
सरकार को भी लगाया लाखों का चूना:
आरोपियों में एक सहायक प्रशासनिक अधिकारी, वार्डबॉय, आया, नौकर और सफाई कर्मचारी शामिल हैं. अधिकारी ने कहा कि उन्हें कथित तौर पर निजी प्रयोगशालाओं से कमीशन मिला जिनकी दरें अस्पताल की तुलना में अधिक हैं. उन्होंने कहा, इस प्रकार आरोपियों ने मरीजों के साथ-साथ सरकार को भी लाखों रुपये का चूना लगाया.
21 लोगों के खिलाफ हुई प्राथमिकी दर्ज:
अस्पताल के एक अधिकारी की शिकायत के आधार पर, 16 जुलाई को भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन में एक निजी प्रयोगशाला के कर्मचारी सहित 21 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई और 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया. आगे की जांच जारी है.