जयपुर: दुनिया से हटकर कुछ अलग करने के लिए जरूरी है, जोश जुनून और जज्बा और जब युवाशक्ति जोश जुनून और जज्बे के साथ सभी के उत्थान का संकल्प लेती है, तो वह एक ऐसा अभूतपूर्व व्यक्तित्व बन जाता है जो सभी के लिए प्रेरक होता है. नरेंद्र सिंह रावत यूथ आइकन के रूप में आज युवा जगत का एक चिरपरिचित नाम है. श्री रावत, रावत एजुकेशनल ग्रुप के निदेशक, अक्षेंद्र वेलफेयर सोसायटी के सचिव एवं समर्पण संस्था के एजुकेशनल ब्रांड एंबेसडर हैं.रावत एजुकेशनल ग्रुप के चेयरमैन श्री बी एस रावत के पुत्र नरेंद्र ने अपने प्रयासों से ग्रुप को सफलता के शिखर तक पहुंचाया है जिसके लिए इनके पिता को इन पर गर्व है. एक शिक्षाविद, मोटिवेशनल स्पीकर एवं समाजसेवी के रूप में नरेंद्र ने अल्प समय में ही एक खास पहचान बनाई है. 250 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित नरेंद्र युवाओं के रोल मॉडल हैं. राजस्थान के विशाल सभागारों में से एक निर्मला ऑडिटोरियम (रावत पब्लिक स्कूल, प्रताप नगर प्रांगण)के संस्थापक के रूप में इन्होंने अनेक प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया है यही नहीं भांकरोटा स्थित रावत क्रिकेट ग्राउंड की स्थापना के पीछे इनका उद्देश्य क्रिकेट की खेल प्रतिभाओं को दुनिया के सामने आने का अवसर देना है.
शिक्षाविद नरेंद्र...
रावत एजुकेशनल ग्रुप के निदेशक के रूप में श्री रावत 13000 से अधिक विद्यार्थियो को विभिन्न सी बी एस ई और आर बी एस ई स्कूल्स और कॉलेजों में शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. यही नहीं यहां के विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं, सेना एवं अन्य उच्च स्थानों को प्राप्त कर समूचे ग्रुप को गौरवान्वित किया है. शिक्षाविद के रूप में वे शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को प्रोत्साहित करते हैं और इस संदर्भ में अनेक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय कार्यशालाओं में भाग लेते रहते हैं. रावत एजुकेशनल ग्रुप के 41 वर्षों के सफर में इसे एक उत्कृष्ट ग्रुप के रूप में स्थापित करने में श्री नरेंद्र अग्रणी है. विद्यार्थियो को प्रोत्साहित करना, स्कॉलशिप देना एवं उन्हे योग्यता सूची में स्थान लाने के लिए प्रेरित करना इनके व्यक्तित्व की विशेषता है और इन्ही की प्रेरणा है कि प्रतिवर्ष रावत एजुकेशनल ग्रुप के विद्यार्थी सी बी एस ई एवं आर बी एस ई की बोर्ड परीक्षाओं में अव्वल स्थानों पर रहते हैं. सरल स्वभाव के रावत अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता, अपने परिवार और अपनी पूरी टीम को देते हैं. निर्मला मैगजीन, रावत टाइम्स, रावत बुलेटिन इन्ही की रचनात्मक सोच का परिणाम है.
एक सच्चे समाजसेवक:
नरेंद्र एक सच्चे समाजसेवक हैं जो अनेक स्वयंसेवी संगठनों से जुड़े रहते हैं ये स्वयं भी अक्षेंद्र वेलफेयर सोसायटी के सचिव हैं. इस सोसायटी के माध्यम से ये अनेक समाज सेवा कार्यों में संलग्न रहते है, समय समय पर रक्तदान, अन्नदान, समयदान, वस्त्रदान, सेवा दान, श्रमदान कार्यक्रमो का संचालन इन्ही के निर्देशन में किया जाता हैं. दानोत्सव का विशाल आयोजन इन्ही की पावन सोच है. परिंदों के लिए परिंडा अभियान में इन्होंने 21000 परिंडे बांधने के संकल्प को पूरा किया एवं अनेक विद्यार्थियो को शिक्षा दान कार्यक्रम में निशुल्क शिक्षा देने का बीड़ा उठाया. 1000 से अधिक लोगों की टीम के साथ ये अक्षेंद्र वेलफेयर सोसाइटी के माध्यम से वृद्धाश्रमों, अस्पतालों एवं अनाथालयों में सेवाकार्य में निरंतर संलग्न रहते हैं.
मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में बनी पहचान:
विद्वान नरेंद्र एक मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में सरल शब्दों में अपनी बात को लोगों तक पहुंचाते हैं, ये सोशल मीडिया के माध्यम से एक बड़े जन समूह से जुड़े है एवं समय-समय पर कहानियों एवं अपने अनुभवों के माध्यम से लोगों को प्रेरित करते है. ये एक बहुत अच्छे वक्ता एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व के स्वामी है.
इनकी मोटिवेशनल विडियोज में रामायण, भगवद गीता से लेकर जीवन के प्रैक्टिकल अनुभव तक की बात होती है.
आध्यात्म से जुड़ाव:
आध्यात्मिक जुड़ाव का ही परिणाम है कि श्री नरेंद्र अक्षय पात्र फाउंडेशन से जुड़े हैं एवं गीता में जीवन के हर प्रश्न के हल को बताते हैं. रावत ग्रुप में हवन, हनुमान चालीसा, रामायण, कृष्ण लीला जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम इन्ही की समृद्ध सोच को परिलक्षित करते हैं.
अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत:
मॉरीशस के राष्ट्रपति महामहिम श्री पृथ्वीराज सिंह रूपन से एजुकेशनल एंटरप्रेन्योरर ऑफ द ईयर 2022 से सम्मानित श्री रावत, इंटरनेशनल यूथ आइकन अवार्ड, स्टार एजुकेटर अवार्ड, भारत गौरव अवार्ड, संस्कार गौरव अवार्ड, एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड, यंगेस्ट अचीवर अवॉर्ड सहित 250 से अधिक सम्मान प्राप्त कर चुके हैं. ये सभी सम्मान इन्हे विविध गवर्नरों, मुख्यमंत्रियों, शिक्षा मंत्री प्रबुद्धजनों एवं प्रतिष्ठित फिल्म जगत के सेलिब्रेटीज द्वारा प्रदान किये गए हैं. रचनात्मक सोच के धनी श्री नरेंद्र सिंह रावत, स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हैं एवं नवीन सोच के साथ प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं.