जयपुर: दीपावली पर गुलाबी नगर पर्यटकों से गुलजार रहा. 9 नवंबर से 15 नवंबर के दीपावली सुपर वीक में राजधानी जयपुर में पौने दो करोड़ पर्यटक पहुंचे. इनमें 9 हजार विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं. इन सात दिनों में लेपर्ड और टाइगर टूरिज्म भी अपने चरम पर रहा. झालाना, आमागढ़ और रणथंभौर, सरिस्का में वाइल्डलाइफ टूरिज्म की पर्यटकों में होड देखने को मिली. ट्रेवल ट्रेड के भी पावणों की आवक से चेहरे खिले रहे.
दीवाली वीक (9 से 15 नवंबर) में पर्यटन रहा परवान पर:
जयपुर के पर्यटन स्थल 163931 पर्यटक
झालाना-आमागढ़ 1250 पर्यटक
एनबीपी 11550 पर्यटक
हाथी गांव 3500 पर्यटक
रणथंभौर 22000 पर्यटक
सरिस्का 8000 पर्यटक
जयपुर को उसकी निराली आभा के चलते कई नाम मिले हैं. गुलाबी नगर, छोटी काशी, हेरिटेज सिटी और अब लेपर्ड कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड जैसे नामों से जयपुर को देश दुनिया में पहचाना जा रहा है. यहां राजपुताना की आन बान और शान के प्रतीक स्मारक अभी तक पर्यटकों को आकर्षित करते रहे हैं लेकिन अब सिटी वाइल्ड लाइफ टूरिज्म भी जयपुर की नई पहचान गन गा है. यही कारण है कि दीपावली पर देश विदेश के लोगों ने जयपुर को चुना और दीपावली अवकाश के एक सप्ताह यानी 9 नवंबर से 15 नवंबर तक जयपुर को अपना 'फेस्टिव होम' बनाया. इन सात दिनों में गुलाबी नगर में करीब पौने दो करोड़ पर्यटक आए. पुरातत्व विभाग के अधीन स्मारकों पर पावणों का मानो सैलाब ही उमड़ पडा हो.
पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ महेंद्र सिंह खड़गावत की प्रभावी मॉनिटरिंग और स्मारकों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं पर्यटकों को बहुत भा गई. इसी तरह झालाना और आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व में सफारी के लिए वन्यजीव के शौकीन पर्यटकों में सफारी की होड मची रही. हाथी गांव पहुंचने वाले पर्यटकों ने भी रिकॉर्ड बना दिया. डीसीएफ संग्राम सिंह कटियार के प्रभावी निर्देशन में एसीएफ रघुवीर मीणा, रेंजर जनेश्वर चौधरी, नितिन शर्मा और गौरव कुमार बेहतर प्रबंधन के लिए मुस्तैद दिखाई दिए. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क पहुंचने वालों की संख्या भी साढ़े ग्यारह हजार से ज्यादा रही. डीसीएफ देवेंद्र जगावत ने बताया कि सरिस्का में भी वनराज का दीदार करने इन सात दिनों में 8 हजार से ज्यादा पर्यटक पहुंचे.
रोमांचक रणथंभौर वाइल्डलाइफ के शौकीन लोगों के लिए पहली पसंद रहा. यहां दीवाली सप्ताह में 22 हजार से ज्यादा पर्यटकों ने टाइगर सफारी की. फील्ड डायरेक्टर पी काथिरवेल, डीसीएफ मोहित गुप्ता और संदीप चौधरी ने शानदार टूरिज्म मैनेजमेंट किया. रणथंभाैर, सरिस्का, और जयपुर के सभी सितारा और बजट होटल व रिसॉर्ट पूरी तरह फुल रहे. इन सात दिनों में जयपुर और रणथंभौर, सरिस्का से ट्रेवल ट्रेड को करोड़ों रुपए राजस्व मिला है. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि पर्यटकों का जोरदार रिस्पॉन्स मिला है जो पूरे सत्र में कायम रहा था ट्रेवल ट्रेड के वारे न्यारे होना तय है.