जयपुर : इस विधानसभा चुनाव में नोटा इस बार 13 सीटों पर विलेन बनकर उभरा है. यहां पर जीत-हार के अंतर से ज्यादा नोटा को वोट मिले हैं. पिछली बार के मुकाबले एक दर्जन सीटों पर नोटा की वोटिंग ने जीत-हार के समीकरण बिगाड़ दिए हैं.
चुनावी मैदान में प्रत्याशी कितनी ही मेहनत कर ले और कितने ही उसके जीत के दावे हों, लेकिन कई बार यह देखने में आया है कि प्रत्याशी की जीत के बीच नोटा एक बड़ा रोड़ा बनकर उभरा है.
नोटा के वोट प्रतिशत के हिसाब से 2018 के मुकाबले इस बार नोटा पर वोटर ने जताया कम भरोसा
इसलिए दोनों पार्टियों को मिले वोटों का अंतर रहा नोटा से ज्यादा
2018 में नोटा को 1.3% वोटर ने दिया नोटा को वोट
जिसके मुकाबले इस बार 0.96% वोट मिले नोटा को
जहां 2018 में बीजेपी, कांग्रेस में 0.54% था वोटों का अंतर और नोटा को वोट मिले थे 1.3% वोट
वहीं इसके ठीक उलट इस बार कांग्रेस से इस बार के वोट प्रतिशत से बीजेपी का 2.16% वोट शेयर ज्यादा और नोटा को मिले 0.96% वोट
कांग्रेस का 39.53% वोट शेयर तो बीजेपी का 41.69 रहा वोट प्रतिशत
2018 में कांग्रेस को 39.82 प्रतिशत तो बीजेपी को हासिल हुए थे 39.28 प्रतिशत वोट
पिछली बार जहां कांग्रेस और बीजेपी में वोट प्रतिशत के अंतर से ज्यादा था नोटा का वोट प्रतिशत
वहीं इस बार इस बार नोटा का वोट प्रतिशत कम और दोनों पार्टियों को मिले वोट प्रतिशत का अंतर रहा ज्यादा
2018 में 11 सीटों पर तो इस बार 13 सीटों पर नोटा बना प्रत्याशियों के लिए विलेन
यानि 2018 में कम से कम 11 सीटें रहीं ऐसी
जहां जीत के अंतर से ज्यादा वोट मिले नोटा को
जबकि इस बार हैं ऐसी 13 सीटें जहां जीत के अंतर से ज्यादा वोट मिले नोटा को
नसीराबाद,कठूमर,बांसवाड़ा, बायतू,चौहटन, आसींद,जहाजपुर,कोटपुतली, हवामहल,भीनमाल, जायल, खींवसर, मावली हैं वे सीट
जहां नोटा ने हारने वाले प्रत्याशी से ज्यादा वोट लेकर किया विलेन का काम
इस बार कुल 382066 वोट मिले नोटा को
जिसमें EVM के 380105 और पोस्टल बैलट के हैं 1961 वोट
2013 ते चुनाव में 5 लाख 89 हजार 923 वोटर्स ने नोटा का बटन दबाया था
2018 में भाजपा और कांग्रेस के वोट शेयर में 0.5 % का अंतर था
जिसके चलते भाजपा सत्ता से बाहर हो गई थी
इस बार नोटा का वोट प्रतिशत हुआ कम
इस बार कुल 382066 वोट मिले नोटा को जिसमें EVM के 380105 और पोस्टल बैलट के हैं 1961 वोट
यानि कुल वोटिंग का 0.96% मिला नोटा को वोट
जो कि पिछली बार से करीब 0.34% है कम
झाड़ोल में नोटा को सबसे ज्यादा 6488 वोट मिले
राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ में सबसे कम 426 वोट मिले नोटा को
तिजारा,परबतसर,शिव,सिवाना,रानीवाड़ा,चौरासी,घाटोल में पोस्टल बैलट से नोटा को मिले 1-1 वोट
कोटपूतली में नोटा को 930 वोट मिले और हार-जीत का अंतर 321 वोटों का रहा.
बांसवाड़ा में 3528 वोट नोटा को मिले और हार-जीत का अंतर रहा 1400 वोटों का.
कठूमर में नोटा को 738 वोट मिले जबकि हार-जीत का अंतर था 409 वोटों का.
जहाजपुर में 2542 वोट नोटा को मिले और हार-जीत का अंतर रहा 580 मतों का.
बायतू में नोटा को 2173 वोट मिले और हार-जीत का अंतर रहा 910 मतों का.
चौहटन में 3901 वोटर ने नोटा का बटन दबाया और 1428 मतों से हारे कांग्रेस के पदमाराम.
आसींद में 2029 वोटर्स ने नोटा का उपयोग किया और 1526 वोटों से हारे कांग्रेस प्रत्याशी.
नसीराबाद में 1392 वोट मिले नोटा को और 1135 रहा हार-जीत का अंतर.
हवामहल सीट में 1463 मत मिले नोटा को और हार-जीत का अंतर रहा 974 वोटों का.
भीनमाल में 4084 मत मिले नोटा को और 1027 वोटों का अंतर रहा हार-जीत का.
जायल में 2200 वोट मिले नोटा को और 1565 रहा हार-जीत का अंतर.
खींवसर में 2130 वोट मिले नोटा को और 2059 रहा हार-जीत का अंतर.
मावली में 2441 वोट मिले नोटा को और 1567 रहा हार-जीत का अंतर.
नोटा ने कई बड़े-बड़े प्रत्याशियों को झटका दिया है और साथ ही पार्टियों को आत्ममंथन करने का मैंडेट भी दिया है जिससे जनता के सामने वे सही विकल्प दे सकें.