नई दिल्ली : इंस्टिट्यूट फॉर एनर्जी इकनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (आईईएफए) ने कहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी द्वारा दबाव वाले ताप बिजली संयंत्रों में रणनीतिक हिस्सेदारी खरीदने और उनका पुनरुद्धार करने से बैंकों को अपना बही-खाता दुरुस्त करने में मदद मिलेगी. आईईएफए के अनुसार, एनटीपीसी सहित सभी हितधारकों के लिए दबाव वाले बिजली संयंत्रों का अधिग्रहण करना और उनको फिर खड़ा करना एक बेहतर विकल्प है.
बैंकों के बही-खाते को भी सुधारने में मिलेगी मदद:
शोध कंपनी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने एनटीपीसी से ताप विद्युत क्षमता में सात गीगावॉट जोड़ने के लिए कहा है. 'हमने पाया है कि एनटीपीसी कम-से-कम निवेश के साथ पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन-आरईसी और राष्ट्रीय संपत्ति पुनर्गठन कंपनी के साथ सहयोग में 6.1 गीगावॉट की दबाव वाली तापीय संपत्तियां हासिल कर सकती है.' रिपोर्ट में कहा गया है कि दबाव वाली ताप बिजली संपत्तियों के अधिग्रहण और फिर उनके पुनरुद्धार से बैंकों के बही-खाते को भी सुधारने में मदद मिलेगी. सोस भाषा