VIDEO: पेपर लीक की खुली पोल...मामला गोल, वर्धमान यूनिवर्सिटी भी अब विवादों में, देखिए ये खास रिपोर्ट

कोटा (भंवर एस चारण): वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के पेपर लीक के खुलासे के बाद विश्वविद्यालय के परीक्षा अनुभाग की पारदर्शिता और गोपनीयता की पोल खुल गई  हैं. फर्स्ट इंडिया के इस खुलासे के बाद विश्वविद्दालय कुलपति प्रो. केसी सोडाणी ने जांच दल तो गठित कर दिए हैं, लेकिन पेपर लीक को लेकर आधिकारिक रुप से ना तो स्थिति साफ की हैं और ना ही पुर्नपरीक्षा या मामले में प्रभावी एक्शन की कोई लाइन तय की हैं. आपको बता दें कि कल 3.30 बजे से शाम 5 बजे तक हुई विश्वविद्यालय की बीए द्वितीय वर्ष की परीक्षा का एचडी-04 क्रमांक का हिन्दी साहित्य का पेपर सवेरे ही लीक होकर वायरल हो गया था और परीक्षा के दौरान ही फर्स्ट इंडिया ने शाम 4 बजे ही पेपर के स्क्रीन शॉट ब्रेक कर दिए थे. 5 बजे बाद मिलान पर वायरल स्क्रीन शॉट ही हूबहू पेपर निकला. 

दूरस्थ शिक्षा का प्रदेश का सबसे बङा शिक्षण संस्थान-वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्दालय कोटा अब विश्वविद्दालय की यूजी परीक्षाओं के पेपर लीक प्रकरणों को लेकर विवादों में हैं. प्रदेश में सरकारी भर्तियों की प्रतियोगी परीक्षाओं के बाद अब विश्वविद्दालय परीक्षाओं की पारदर्शिता भी फर्स्ट इंडिया के इस खुलासे के बाद तार-तार होती नजर आ रही हैं और इससे विद्दार्थियों से लेकर अभिभावक तक परेशान और मायूस हैं. बहरहाल विद्दार्थी समुदाय में इस बात को लेकर गुस्सा हैं कि प्रदेशभर के हजारों विद्यार्थियों के भविष्य के साथ नकलमाफिया और पेपरमाफिया खिलवाड कर रहा हैं और बजाय सख्त एक्शन लेने के विश्वविद्यालय प्रबंधन अपनी किरकिरी कराने के बाद भी केवल जांच कराने के औपचारिक बयान दे रहा हैं जबकि परीक्षा से पहले ही वायरल हुए पेपर के स्क्रीनशॉट जब परीक्षा समाप्ति के बाद शाम 5 बजे पेपर से मिलान किए गए तो हूबहू वायरल हुआ पेपर ही परीक्षा में आया, तो फिर इसमें जांच के साथ प्राथमिक एक्शन तो लेना बहनता ही था..

आपको बता दें कि विश्वविद्यालय के बीए द्वितीय वर्ष का हिन्दी साहित्य विषय का एचडी-04 क्रमांक का पेपर कल दोपहर की पारी में 3.30 से शाम 5 बजे के बीच हुआ था लेकिन ये पेपर सवेरे 8 बजे बाद ही इंस्टाग्राम से लेकर व्हाट्सअप ग्रुप्स में शेयर हो रहा था और आपके चैनल फर्स्ट इंडिया ने तो शाम 4 बजे के अपने बुलेटिन में पेपर के स्क्रीन शॉट ही ब्रेक कर दिए थे जो शाम 5 बजे पेपर छूटने के बाद मिलान करने पर हूबहू हिन्दी के ही पेपर के पाये गये.हालांकि विश्वविद्दालय कुलपति प्रो. के.सी. सोडाणी ने इस खुलासे को लेकर जांच के लिए टीमें रवाना कर दी हैं लेकिन एक्शन जॉच टीमों की रिपोर्ट के बाद ही लेने के बात कही हैं.

हिन्दी साहित्य का कल हुआ ये पेपर वीएमओयू के प्रदेश के कई रिजनल सेन्टर्स के 100 से भी अधिक परीक्षा केन्द्रों पर हुआ.जिसमें 8 हजार के करीब परीक्षार्थी पंजीकृत थे.लेकिन खबर ये हैं कि आज हुए विश्वविद्यालय के कुछ पेपर भी लीक हुये हैं और इससे पहली की परीक्षाओं को लेकर भी अब विद्दार्थियों के मन में संदेह खडा हो गया हैं. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्दालय कोटा में डर्टी प्रोफेसर द्वारा अपनी चहेती छात्राओं से पेपर सेट करवाकर बदनियती से फेल किया जाता था और अब वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्दालय कोटा की परीक्षा प्रणाली के सुराख भी सार्वजनिक हैं लेकिन फिलहाल एग्जाम सिस्टम को क्लीन और ट्रांसपरेट करने से ज्यादा वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के प्रबंधन का ध्यान पूरे मामले को ढंकने-छुपाने और टालने पर ज्यादा केन्द्रित नजर आ रहा हैं.