प्रतापगढ़: बदलते मौसम के साथ प्रतापगढ़ के जिला चिकित्सालय की ओपीडी में भी मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. एक सप्ताह में मरीजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है. यहां आने वाले अधिकांश मरीज उल्टी दस्त, पेट दर्द, खुजली और सर दर्द के शिकार हैं जिनमें अधिकांश बच्चे हैं.
प्रतापगढ़ में इन दिनों गर्मी उमस के बाद हो रही बरसात से लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. जिला चिकित्सालय में तैनात नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ नरेश कुमावत ने बताया कि मौसम परिवर्तन के साथ ही लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है और पाचन तंत्र भी कमजोर हो जाता है. इस बदलते मौसम में लोगों को सावधानी रखना बेहद जरूरी है.
इस मौसम में लोगों को ठंडी चीजें खाने से बचना चाहिए साथ ही उमस के दौरान कूलर का उपयोग नहीं करना चाहिए. जलजमाव वाले क्षेत्रों में मच्छर पनपने का खतरा बढ़ जाता है ऐसी स्थिति में लोगों को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए. जिला चिकित्सालय में जहां 1 सप्ताह पहले ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या 469 थी वही आज यह आंकड़ा 1200 को पार कर चुका है.
चिकित्सा व्यवस्था पर भी इसका साफ तौर पर असर देखा जा रहा:
मरीजों की बढ़ी हुई संख्या के बाद चिकित्सा व्यवस्था पर भी इसका साफ तौर पर असर देखा जा रहा है. चिकित्सकों के सामने लंबी लाइन लगाने वाले मरीज परेशान है. घंटों अपनी बारी का इंतजार करने के बाद भी उनका नंबर नहीं आने से निजी चिकित्सकों की शरण में जाना पड़ रहा है .गौरतलब है कि प्रतापगढ़ के जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों के लंबे समय से पद रिक्त पड़े हुए हैं जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है.