जयपुर: प्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक किसानों को बिजली कनेक्शन देने की सरकार की मंशा पर अभियंता पानी फेरने की तैयारी में है. वित्तीय वर्ष समाप्त होने में महज डेढ़ माह का समय शेष है, बावजूद इसके तीनों बिजली कम्पनियां 80 हजार से अधिक ऐसे किसानों को बिजली कनेक्शन नहीं दे पाई है, जिन्होंने आवेदन के साथ ही डिमाण्ड नोटिस का पैसा भी जमा करा दिया है. टर्न की प्रोजेक्ट पर काम कर रहे ठेकेदार व फील्ड अभियंताओं की इस लेटलतीफी का खामियाजा किसानों को खेती से महरूम होकर चुकाना पड़ रहा है. आखिर क्या है सरकार की मंशा और उसे पूरा करने में कितना खरा उतर पा रही राजस्थान डिस्कॉम, पेश है फर्स्ट इंडिया की रिपोर्ट...
सीएम गहलोत की मंशा है कि प्रदेश में कृषि कनेक्शनों का इंतजार कर रहे किसानों को राहत दी जाए. इसी कड़ी में पिछले साल के डिमाण्ड नोटिस को मिलाकर चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 में करीब 1.60 लाख कृषि कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा था. डिस्कॉम प्रशासन ने तेजी से काम का हवाला देकर सर्किलवार टर्न-की और ठेके के जरिए पर ये काम करने का फैसला किया. लेकिन पहले 2300 करोड़ का टेण्डर ठेकेदारों की पूलिंग से 3900 करोड़ तक पहुंच गया. डिस्कॉम प्रशासन ने "नेगोशिएशन" के बाद कार्यादेश तो जारी कर दिए, लेकिन जिन फर्मों को काम दिया गया, ना तो वे फील्ड में तेजी दिखा पा रही है और ना ही मॉनिटरिंग करने वाले अभियंता सख्ती के मूड में है. ऐसे में हालात ये है कि अभी तक महज 77 हजार कनेक्शन जारी हो पाए है. इस बारे में प्रमुख ऊर्जा सचिव भास्कर ए सावंत का कहना है कि रबी सीजन में खेतों में फसल होने के चलते काम में दिक्कतें आ रही है. फरवरी माह में फसल कटने के बाद काफी तेजी से कनेक्शन जारी किए जाएंगे.
प्रदेश में कृषि कनेक्शन जारी करने रिपोर्ट कार्ड:-
- डिस्कॉम को पिछले दो सालों में जारी करने है 1.59 लाख कनेक्शन
- पिछले साल 31 मार्च तक 40138 किसानों ने जमा कराए डिमाण्ड नोटिस
- 34698 कनेक्शन इस साल में किए जा चुके जारी, 5440 कनेक्शन पेण्डिंग
- इस साल 37169 किसानों को जारी किए गए है अभी तक बिजली कनेक्शन
- पिछले सालों के आवेदनों में से इस साल जारी किए गए कुल 71867 कनेक्शन
- डिमाण्ड नोटिस जमा कराने वाले 93 से अधिक किसानों के कनेक्शन पेण्डिंग
- डिस्कॉम सूत्रों की माने तो करीब दस हजार के आसपास कनेक्शनों में विवाद
- फिर भी अभी तक 80 हजार से अधिक किसानों की बोल रही कनेक्शन पेंडेसी
- ऐसे में क्या डिस्कॉम के जिम्मेदारी किसानों के इंतजार की समझेंगे पीड़ा ?
डिस्कॉम प्रशासन अभी ये कहकर खुद का बचाव कर रहा है कि करीब 43 फीसदी आवेदकों को कनेक्शन जारी हो चुके है. लेकिन सच्चाई इससे इतर है. डिस्कॉम के आंकड़ों पर गौर फरमाए तो जो 77 हजार कनेक्शन इस साल जारी किए गए है, उनमें से 34 हजार कनेक्शन तो ऐसे है, जिनके डिमाण्ड नोट पिछले साल की जमा हो चुके है. इस आंकड़े को हटा दे तो इस साल अभी तक महज 30 फीसदी आवेदकों के खेत में बिजली पहुंच पाई है.
सिर्फ 30 फीसदी आवेदकों के खेतों में पहुंची बिजली:-
- किसानों के बिजली कनेक्शन की कछुआ चाल की बानगी
- इस साल के खाते में 1,25,115 किसानों ने जमा कराए डिमाण्ड नोटिस
- इसमें से 37169 किसानों को जारी किए गए है अभी तक बिजली कनेक्शन
- यानी महज 30 फीसदी किसानों को जारी किए गए है इस साल में कनेक्शन
- लेकिन पिछले साल का आंकड़ा जोड़कर अधिकारी लूट रहे वाहवाही
- क्योंकि, पिछले साल को जोड़कर कनेक्शन जारी करने का प्रतिशत आ रहा 43
ऊर्जा विभाग का दावा है कि मार्च माह के अंत तक तय लक्ष्य के मुकाबले काफी हद तक किसानों के कनेक्शन जारी हो जाएंगे. लेकिन जिस तरह से ठेकेदार फर्में फील्ड में काम कर रही है, उसको देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि डिस्कॉम प्रशासन अब सख्ती भी दिखाएं. अन्यथा सरकार की किसानों को बिजली कनेक्शन देने की अच्छी मंशा का फायदा विपक्षी पार्टियां उठाने में देर नहीं लगाएगी.