जयपुर: इस बार विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रदेश में खास आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गई है. महा आयोजन के लिए 11 बिंदु तैयार किए गए हैं जो भविष्य में प्रदेश में वन एवं पर्यावरण की दिशा और दशा तय करेंगे. विश्व पर्यावरण दिवस पर 5 जून को राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन होगा जिसमें सीएम अशोक गहलोत विभिन्न घोषणाएं करेंगे.
- धौलपुर टाइगर रिजर्व की घोषणा प्रस्तावित
- सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट पर प्रदर्शनी
- हैकाथॉन के विजेताओं को पुरस्कार वितरण
- ई वेस्ट, क्लाइमेट चेंज और फॉरेस्ट पॉलिसी का विमोचन
- सभी जिलों में CAAQM स्टेशंस की शुरुआत
- मनसा माता व खेतड़ी बांसियाल सफारी की शुरुआत
- नए कंजर्वेशन रिजर्व व नई वेटलैंड्स की भी की जाएगी घोषणा
- प्रतिबंधित प्लास्टिक उत्पादन इकाइयों के इंफॉरमर्स का सम्मान
- ग्रीन प्रेक्टिशनर्स का भी किया जाएगा सम्मान
- CAAQM स्थापित करने वाले स्कूल्स का पुरस्कार
- विश्व पर्यावरण दिवस पर 5 जून को 'रन फॉर एनवायरमेंट'
5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत सुबह 6 बजे अल्बर्ट हॉल से 'रन फॉर एनवायरमेंट' के साथ होगी जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रसारित करने के लिए दौड़ेंगे. इससे एक दिन पहले 31 मई को मिशन लाइफ को लेकर राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन होगा. पर्यावरण दिवस इस बार इसलिए भी खास रहने वाला है कि एसीएस शिखर अग्रवाल के नेतृत्व में विभाग ने सूबे के मुखिया सीएम अशोक गहलोत से कुछ खास घोषणाएं करवाने का ताना बाना तैयार किया है.
विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रदेश के पांचवें टाइगर रिजर्व के तौर पर धौलपुर टाइगर रिजर्व की आधिकारिक घोषणा, तीन नए कंजर्वेशन रिजर्व, मनसा माता और खेतड़ी बांसियाल में सफारी की शुरुआत और कुछ वेटलैंड्स की घोषणा भी की जाएगी. धौलपुर के दमोह को वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के तौर पर भी अधिसूचित किया जाना प्रस्तावित है. राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी, एसीएस शिखर अग्रवाल, प्रदूषण मंडल के चैयरमेन नवीन महाजन, हॉफ, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
वायु की गुणवत्ता को लेकर भी सटीक जानकारी मिल सकेगी:
इसी दिन प्रदूषण मंडल की तरफ से प्रदेश के सभी 33 जिलों में CAAQM स्टेशंस की स्थापना की औपचारिक शुरुआत की जाएगी. अब प्रदेश में बरसात की तरह ही जिला मुख्यालयों पर प्रदूषण के स्तर को लेकर चेतावनी भी जारी की जा सकेगी. साथ ही प्रदूषण यानी वायु की गुणवत्ता को लेकर भी सटीक जानकारी मिल सकेगी. दरअसल विश्व पर्यावरण दिवस पर वृहद कार्यक्रमों की श्रृंखला के आयोजन के पीछे एक ही उद्देश्य है कि आमजन को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा सके और उद्योग जगत को भी संदेश दिया जा सके कि पर्यावरण को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा, इसलिए उद्योग भी अपनी जिम्मेदारी समझें और सुरक्षित पर्यावरण में अपना योगदान दें.