VIDEO: राजस्थान पर्यटन बना सिरमोर! जनवरी 2023 से नवंबर 2023 तक धराशायी हो गए सब रिकॉर्ड, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान पर्यटन ने इतिहास रच दिया है. प्रदेश में बीते साल 2023 के पहले 11 महीने यानी नवंबर तक रोजाना औसतन 4 लाख 80 हजार से ज्यादा पावणों की आवक हुई जो एक विश्व रिकॉर्ड है. धार्मिक पर्यटन अव्वल रहा तो धरोहर और जंगलात ने भी कंधे से कंधा मिलाकर राजस्थान पर्यटन के परचम को बुलंदी पर थामे रखा.

राजस्थान पर्यटन ने रच दिया इतिहास !:
-नवंबर 2023 तक 11 महीने में 16 करोड़ से ज्यादा पर्यटकों की आवक
-प्रतिदिन 4.80 लाख से ज्यादा पर्यटक आए जयपुर
-धार्मिक पर्यटन नंबर 1, विरासत 2 नंबर पर तो जंगल को तीसरा स्थान
-30 नवंबर तक के आंकड़ों से ट्रेवल ट्रेड को मिली संजीवनी
-30 नवंबर तक 15 करोड़ 91 लाख 86,696 स्वदेशी पर्यटक
-जबकि विदेशी पर्यटकों की संख्या रही 14 लाख 52 हजार 834
-पिछले वर्ष की तुलना में घरेलू पर्यटकों की संख्या में 61.18 फीसदी इजाफा
-जबकि विदेशी पावणों की संख्या में 361.79 प्रतिशत की वृद्धि

राजस्थान पर्यटन बना सिरमोर !:
-जनवरी 2023 से नवंबर 2023 तक धराशायी हो गए सब रिकॉर्ड
-प्रदेश में 11 महीने में आए 16 करोड़ से ज्यादा सैलानी
-वर्ष 2022 में इस अवधि में आए थे 9.90 करोड़ पर्यटक
-इस बार 11 महीने में बढ़े 6.16 करोड़ पर्यटक
-मार्च में सर्वाधिक 2.06 करोड़ पर्यटकों की हुई आवक
-जनवरी 2023 को छोड़ हर महीने आए एक करोड़ से ज्यादा सैलानी

कोरोना के बाद देश दुनिया में राजस्थान पर्यटन ने एक अलग मुकाम हासिल किया है. सबसे सुरक्षित प्रदेश की छवि और पर्यटन स्थलों पर आधारभूत सुविधाओं का विकास और पर्यटक सुरक्षा ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. वर्ष 2022 में राजस्थान में 10 करोड़ 87 लाख से अधिक पर्यटकों ने भ्रमण किया था. ट्रेवल ट्रेड के लिए यह स्वर्णिम दौर मामना गया लेकिन हाल में ही समाप्त हुए वर्ष 2023 के पहले 11  महीने में ट्रेवल ट्रेड रोजाना पर्यटकों की आवक के टूटते आंकड़ों को देखता रहा और खुश होता रहा. वर्ष 2023 के पहले 11 महीने यानी नवंबर तक प्रदेश में 16 करोड़ 6 लाख से ज्यादा सैलानी आए और इतिहास रचा गया. इस अवधि को अब राजस्थान पर्यटन को डायमंड टाइम करार दिया जा रहा है. 

दरअसल प्रदेश में इस अवधि में रोजाना औसतन 4 लाख 80 हजार से ज्यादा पर्यटक आए. यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि एक पर्यटक के आने से 13 लोगों को रोजगार मिलता है. ऐसे में 16 करोड़ से ज्यादा पर्यटक आने से ट्रैवल इंडस्ट्री निहाल हो गई. इन 11 महीनों में पुरातत्व विभाग को तो करीब 45 करोड़ रुपए राजस्व मिला लेकिन ट्रेवल ट्रेड की बात करें तो इन 11 महीनों में ट्रेवल ट्रेड को करीब 2500 करोड़ रुपए राजस्व मिला. होटल-रिसॉर्ट्स, ईवेंट मैनेजमेंट कंपनी, ट्रेवल एजेंट, टूर ऑपरेटर्स, हैंडीक्राफ्ट, टैक्सी संचालन, हॉकर, वेंडर से लेकर पर्यटन उद्योग के हर हिस्सेदार ने अच्छा राजस्व अर्जित किया. पर्यटन निदेशक डॉ रश्मि शर्मा का कहना है कि दिसंबर अंत तक के आंकड़े आने पर पर्यटकों की कुल संख्या 17 करोड़ से ज्यादा रहने वाली है. 

वर्ष 2023 में राजस्थान पर्यटन में जो कुछ घटा वो ऐतिहासिक है. केंद्र प्रवर्तित योजनाओं के तहत राजस्थान के धार्मिक स्थल, स्मारक, जंगल सफारी, फिल्म और मेडिकल टूरिज्म ने राजस्थान की फिजा बदल कर रख दी है. पर्यटन उत्पादों के आक्रमक विपणन और मेले-उत्सवों के माध्यम से राजस्थान के पर्यटन उत्पादों का प्रचार प्रसार देश दुनिया को हमसे कनेक्ट करने में कामयाब रहा. पुरातत्व निदेशक डॉ महेंद्र सिंह खड़गावत कहते हैं कि स्मारकों पर आने वाले पर्यटकों को राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना प्राथमिकता थी और यह कारगार साबित हुई. उम्मीद है कि राजस्थान पर्यटन की यह छलांग यहीं नहीं थमेगी. हाल में शुरू हुए नए साल में नए कीर्तिमान रचे जाएंगे.