Rajasthan Vidhansabha: विधानसभा में स्पीकर और मदन दिलावर के बीच तीखी नोंकझोंक, विपक्षी विधायकों ने ही संभाली स्थिति

Rajasthan Vidhansabha: विधानसभा में स्पीकर और मदन दिलावर के बीच तीखी नोंकझोंक, विपक्षी विधायकों ने ही संभाली स्थिति

जयपुर: राजस्थान विधानसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर सीपी जोशी व विधायक मदन दिलावर के बीच नोकझोंक हुई. हालांकि विपक्षी विधायकों ने ही बाद में स्थिति संभाली. इस बीच दिलावर के प्रश्न का जवाब देते हुए मन्त्री टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार विधानसभा के इसी बजट सत्र में प्रदेश में बाबा आम्टे दिव्यांग विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विधेयक पेश करेगी. 

बीजेपी विधायक मदन दिलावर की ओर से प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री जूली ने कहा कि बाबा आम्टे दिव्यांग विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विधेयक का प्रारूप तैयार कर लिया गया है. परीक्षण के लिए विधि विभाग को भेजा है, जल्द ही विधानसभा में विधेयक पेश किया जाएगा. जुली ने कहा कि राजस्थान बेघर उत्थान एवं पुनर्वास नीति, 2022 का कैबिनेट बैठक में  24 नवम्बर 2022 को अनुमोदन करवाया जाकर 8 दिसंबर 22 को अधिसूचना जारी की गई है. 

नीति के प्रावधानानुसार कार्य योजना तैयार कर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बेघर व्यक्तियों का सर्वे एवं पहचान-पत्र जारी किए जाने की कार्यवाही की जा रही है. दिव्यांगों के लिए उच्च शिक्षा, रिचर्स, शिक्षकों की विशेष व्यवस्था के लिए जामडोली जयपुर में बाबा आमटे दिव्यांग विश्वविद्यालय स्थापित किए जाने के लिए "बाबा आमटे दिव्यांग विश्वविद्यालय विधेयक, 2022 का सक्षम स्तर से अनुमोदन होने के उपरान्त स्थापित किए जाने की कार्यवाही की जाएगी.

आपके मन मुताबिक प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जा सकता:
मंत्री के जवाब पर असंतोष जाहिर करते हुए मदन दिलावर एक पेपर लेकर अपनी सीट से उठकर वेल में आने लगे. इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आपके मन मुताबिक प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जा सकता है, आप इतने सीनियर होकर इस तरह का व्यवहार करते हैं. इस दौरान दिलावर और स्पीकर के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. स्पीकर ने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और विपक्ष के सचेतक जोगेश्वर गर्ग से कहा कि माननीय सदस्यों को अनुशासन सिखाएं. इसके बाद भी दिलावर स्पीकर के निर्देश को दरकिनार करते हुए अपनी बात कहते रहे. आखिर में प्रताप सिंह सिंघवी अपनी सीट से उठकर दिलावर को पकड़कर वेल से लाए और उनकी सीट पर बिठाया. इसके बाद मामला शांत हुआ.