राइजिंग राजस्थान प्री-टूरिज्म समिट का आयोजन, 14000 करोड़ का निवेश... 59000 लोगों को रोजगार

जयपुरः राजस्थान में पर्यटन क्षेत्र को जीडीपी का महत्वपूर्ण घटक बनाने की दिशा में तेज गति से काम हो रहा है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के लगातार प्रयासों के कारण राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट होने से पूर्व पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए 142 एमओयू पर हस्ताक्षर होना, जिससे तकरीबन 14000 करोड़ का निवेश व 59000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार के द्वार खुलना अपने आप में महत्वपूर्ण घटना है. 

पर्यटन क्षेत्र में निवेश लाने के लिए आयोजित कार्यक्रम को राइजिंग राजस्थान प्री-टूरिज्म समिट का नाम दिया गया. राइजिंग राजस्थान प्री-टूरिज्म समिट पर्यटन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण कदम है. यह प्री-टूरिज्म समिट अपने आप में इसलिए भी अहम हो जाती है क्योंकि इसमें राज्य के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा व उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी पूरे समय तक मौजूद रहे. उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी प्रदेश की वित्त मंत्री भी हैं साथ ही पर्यटन महकमा भी उन्हीं के जिम्मे है. ऐसे में दीया कुमारी हर संभव प्रयास कर रही हैं कि राजस्थान में पर्यटन को नए आयाम दिए जाएं जो कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को साकार करने में सक्षम हो. जिस तरह केंद्र सरकार को डबल इंजन की सरकार कहा जाता है उसी तर्ज पर राजस्थान में पर्यटन का विकास डबल इंजन के साथ विकास की पटरियों पर सरपट दौड़ रहा है और आगे भी दौड़ता रहेगा. 

मुख्यमंत्री की यथार्थवादी परिकल्पनाः पानी-बिजली व सड़क के साथ होगा पर्यटन का विकास- 
प्री-समिट के दौरान मुख्यमंत्री भजलाल शर्मा ने निवेशकों को संबोधित करते हुए बहुत ही सरल शब्दों में पर्यटन को आगे बढ़ाने की परिकल्पना को समझाया, उन्होंने कहा कि पानी-बिजली और सड़क का विकास किए बिना पर्यटन का विकास संभव नहीं है. ऐसे में राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में पानी-बिजली और सड़क का विकास शामिल है.  मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि इन तीन मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा अगर पूरा किया जाए तो पर्यटन भी इनके साथ स्वयं ही विकसित हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने स्वयं को पर्यटक बताते हुए कहा कि प्री-समिट के अवसर पर कहा की जितने भी निवेशक, यहां पधारे हैं उनके सुझाव अतिमहत्वपूर्ण हैं क्योंकि इन  सारे निवेशकों ने अपने जीवन में सिर्फ और सिर्फ पर्यटन क्षेत्र की बढ़ोतरी के लिए काम किया है. मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर दिया और इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकारी  प्रयासों को भी विस्तार से निवेशकों को समझाया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने सरल और सादगीपूर्ण संबोधन में सरकार की प्राथमिकताओं, आवश्यकताओं और निवेशकों से अपेक्षित सहयोग को बताया व समझाया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा राइजिंग राजस्थान प्री-टूरिज्म समिट में दिए गए संबोधन को अगर निवेशकों ने साध लिया तो आने वाले दिनों में निवेशक ही यह कहेंगे कि राजस्थान लालफीताशाही से मुक्त हो चुका है, यहां पर सरकार की दशा और दिशा सतत विकास की ओर जा रही है. 

पर्यटन को मुख्यधारा में लाने की सूत्रधार है उपमुख्यमंत्री दिया कुमारीः
 उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी राजस्थान पर्यटन को मुख्यधारा से जोड़ने की सूत्रधार हैं. यह कहना अतिश्योक्ति नहीं है क्योंकि उनका पर्यटन से गहरा नाता है. उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी स्वयं अपने स्तर पर पर्यटन के संरक्षण व संवर्धन वाली पृष्ठभूमि से आती हैं, उन्हें पर्यटन क्षेत्र में आने वाली छोटी से छोटी समस्याओं  के बारे में पता है साथ ही वह जानती है कि इन समस्याओं को दूर करने के लिए पर्यटन व आथित्य क्षेत्र से जुड़े स्टेकहोल्डर्स को किन-किन विभागों के चक्कर काटने होते हैं, इसलिए उन्होंने सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम को मजबूती से लागू करने पर जोर दिया है. उपमुख्यमंत्री की मंशा है कि पर्यटन क्षेत्र का जीडीपी में योगदान बढ़ाया जाए, इसे लेकर वे प्रयासरत हैं, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी आशान्वित हैं कि प्रदेश पर्यटन आने वाले कुछ महीनों के भीतर देश व दुनिया के अव्वल पर्यटन स्थलों में गिना जाएगा. राइजिंग राजस्थान प्री-टूरिज्म समिट के दौरान उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने अपने संबोधन में इसी प्रतिबद्धता को दोहराया. उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी निवेशकों को आश्वस्त किया की सरकार उनके साथ है. यह विलक्षण अनुभव प्री-टूरिज्म समिट में उपस्थित सभी निवेशकों को हुआ कि राजस्थान में डबल इंजन की सरकार केंद्रीय नीतियों का अनुसरण करते हुए सभी  निवेशकों को न्यौता दे रही है कि पधारो म्हारे देश.

पर्यटन सचिव रवि जैन व पर्यटन विभाग की टीमः 
राइजिंग राजस्थान प्री टूरिज्म समिट के दौरान पर्यटन विभाग के सचिव रवि जैन ने राजस्थान के निवेश के अवसरों को दर्शाने वाले का लघु वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया. उन्होंने राज्य सरकार की मंशा व विभाग की कार्यशैली को निवेशकों को समझाया, पर्यटन सचिव रवि जैन ने जिस तरह से टूरिज्म समिट की कमान संभाली और विभाग के आला अधिकारियों सहित जिस तरह से सभी कर्मचारी अपने कार्य को अंजाम दे रहे थे वो किसी बिग इंडियन वैडिंग से कम नहीं था. सभी की कार्यशैली को देख लगा की अधिकारी वर्ग भी इस आशय से निश्चिन्त हैं कि उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के नेतृत्व में राजस्थान टूरिज्म उस मुकाम व पर्यटन के सिरमौर वाले तमगे को हासिल करके ही रहेगा जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है.