Share Market: बाजार में रिकॉर्ड तेजी, कारोबार के दौरान सेंसेक्स पहली बार 64,000, निफ्टी 19,000 के पार पहुंचा

मुंबई: अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में तेजी के रुख और घरेलू बाजारों में विदेशी पूंजी की आवक बढ़ने से बुधवार को दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए. कारोबार के दौरान दौरान सेंसेक्स पहली बार 64,000 अंक और निफ्टी 19,000 अंक के पार पहुंचा. बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 499.39 अंक यानी 0.79 प्रतिशत बढ़कर 63,915.42 अंक के अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 634.41 अंक यानी एक प्रतिशत उछलकर 64,050.44 अंक के अपने सर्वकालिक स्तर पर भी पहुंच गया था.

एनएसई का सूचकांक निफ्टी भी 154.70 अंक यानी 0.82 प्रतिशत चढ़कर 18,972.10 अंक की रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 193.85 अंक यानी एक प्रतिशत तक चढ़कर 19,011.25 अंक के अपने उच्चतम स्तर पर भी पहुंच गया था. विश्लेषकों ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में तगड़ी लिवाली होने से भी धारणा मजबूत हुई. सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से टाटा मोटर्स, सन फार्मा, टाइटन, लार्सन एंड टुब्रो, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक और मारुति प्रमुख रूप से लाभ में रहीं. दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और विप्रो के शेयरों में गिरावट का रुख रहा. यस सिक्योरिटीज के समूह अध्यक्ष एवं संस्थागत इक्विटी प्रमुख अमर अंबानी ने कहा, "लगभग सात महीने तक मजबूती हासिल करने के बाद निफ्टी ने 19,000 अंक का स्तर पार कर लिया और सभी क्षेत्रो के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए. मुद्रास्फीति में हालिया गिरावट से राहत लेते हुए निवेशक बड़े पैमाने पर जोखिम वाली परिसंपत्तियों पर सकारात्मक रुख अपना रहे हैं."

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और हांगकांग के हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि दक्षिण कोरिया को कॉस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट पर रहे. यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में सकारात्मक दिशा में कारोबार कर रहे थे. एक दिन पहले मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में खासी तेजी रही थी. अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.83 प्रतिशत चढ़कर 72.86 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "बाजार की तेज रफ्तार को विदेशी निवेशकों का प्रवाह बढ़ने और चालू खाते के घाटे में कमी आने से समर्थन मिला. इनकी वजह से निवेशकों की धारणा पर सकारात्मक असर पड़ा और सूचकांक नए रिकॉर्ड पर पहुंच गए. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,024.05 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे थे. सोर्स- भाषा