रिकॉर्ड मानसूनी बारिश के बाद इस बार पड़ेगी कड़ाके की सर्दी, मैदान में पारा जा सकता माइनस में

रिकॉर्ड मानसूनी बारिश के बाद इस बार पड़ेगी कड़ाके की सर्दी, मैदान में पारा जा सकता माइनस में

जयपुरः रिकॉर्ड मानसूनी बारिश के बाद इस बार कड़ाके की सर्दी पड़ेगी. इस बार शीतकाल में ला-नीना के कारण कड़ाके की सर्दी पड़ेगी. मानसून की नमी ठंड बढ़ाएगी. मैदान में माइनस में पारा जा सकता है. मौसम विज्ञान विभाग और वैश्विक जलवायु मॉडल्स ने ऐसे संकेत दिए है. दिसंबर से फरवरी के बीच ला-नीना की वापसी से सर्दी के तीखे तेवर रहेंगे. 

इस बार समूचे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ने की पूरी संभावना है. साथ ही मानसून की अतिरिक्त बारिश से वायुमंडल में नमी बढ़ी है. जिससे सर्दियों में उत्तर-पश्चिमी हवाओं, पश्चिमी विक्षोभ से पारा गिरेगा. इस बार मौसम विभाग की भविष्यवाणी से भी 108% अधिक बारिश हुई है. 

प्रशांत महासागर के भूमध्यरेखीय हिस्से में समुद्री सतह के तापमान सामान्य से अधिक ठंडा होने की स्थिति को ला-नीना कहा जाता है. यह -0.5 डिग्री से नीचे 3 माह तक बना रहता है,तो ला-नीना घोषित किया जाता है. निचले स्तर की चक्रीय हवाएं उत्तरी अक्षांशों से ठंडी हवा खींच लाएगी भारत की ओर ला-नीना भारत में असामान्य ठंड, शीतलहर और भारी बर्फबारी का कारण बना है साथ ही चक्रवाती तूफान 'शक्ति' और पश्चिमी विक्षोभ का भी खासा प्रभाव रहेगा.