नई दिल्ली: भारत, रूस, चीन और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के अन्य सदस्य देशों ने शुक्रवार को नयी दिल्ली द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और उससे संबंधित मुद्दों पर चर्चा की.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में अफगानिस्तान में स्थिति की भी समीक्षा किए जाने की संभावना है. चीन के रक्षा मंत्री ली शांग्फु, रूस के सर्गेइ शोइगु, ताजिकिस्तान के कर्नल जनरल शेराली मिर्जो, ईरान के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेजा घराई अश्तियानी और कजाखस्तान के रक्षा मंत्री कर्नल जनरल रुस्लान झाक्सिलिकोव ने दिल्ली में हुई बैठक में भाग लिया.
सदस्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की जाएगी:
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ को बैठक में वर्चुअल तरीके से हिस्सा लेना था. बैठक की तैयारियों से संबद्ध अधिकारियों ने बताया कि इसमें अफगानिस्तान में हो रहे घटनाक्रम समेत क्षेत्रीय सुरक्षा स्थितियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि आतंकवाद तथा चरमपंथ से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए एससीओ सदस्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की जाएगी.
अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक बनकर उभरा:
एससीओ एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा समूह है तथा यह सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक बनकर उभरा है. एससीओ की स्थापना रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाखस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने 2001 में शंघाई में एक सम्मेलन में की थी. भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके स्थायी सदस्य बने थे. सोर्स-भाषा