केरल में आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी को मिलेगा घर, जानिए डिटेल्स

तिरूवनंतपुरम: केरल में सशस्त्र संघर्ष छोड़ कर मुख्यधारा में वापस लौटे एक माओवादी को राज्य सरकार के पुनर्वास पैकेज के तहत जल्द ही प्रदेश में अपना घर मिलेगा. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में प्रतिबंधित संगठन के पूर्व नेता लिजेश ऊर्फ रामू के लिये घर बनाने का निर्णय किया गया. 

रामू ने कुछ समय पहले अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. मुख्यमंत्री कार्यालय से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि एर्णाकुलम के कलेक्टर एवं जिला पुलिस प्रमुख से कहा गया है कि दोनों अधिकारी इस कार्य के लिये जिले में संयुक्त रूप से एक उचित भूखंड की तलाश करें. इसमें कहा गया है कि जमीन की पहचान करने के बाद जिलाधिकारी की देख रेख में आवास का निर्माण किया जायेगा.

15 लाख रुपये की राशि आवंटित की जायेगी:
गृह निर्माण की प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए कलेक्टर, जिला पुलिस प्रमुख और पंचायत उप निदेशक की एक समिति गठित की जाएगी. बयान में कहा गया है कि भूमि की पहचान करने तथा आवास का निर्माण करने के लिये अधिकतम 15 लाख रुपये की राशि आवंटित की जायेगी.

सुविधा स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी:
वर्ष 2018 में जारी एक आदेश के अनुसार, राज्य सरकार ने माओवादियों के लिए आत्मसमर्पण सह पुनर्वास पैकेज को लागू करने की अनुमति दी थी. लिजेश के आत्मसमर्पण करने के बाद उसे इसी पैकेज के तहत लाभ दिया गया है. बैठक में इसके अलावा, कैबिनेट ने विभिन्न स्थानों पर आईटी पार्कों के तहत ‘वर्क नियर होम’ (घर के पास काम) सुविधा स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है. सोर्स-भाषा