जयपुरः उपभोक्ता मामले एवं भारतीय मानक ब्यूरो के संयुक्त तत्वावधान में राजधानी जयपुर में मानकीकरण, माणन एवं उपभोक्ता संरक्षण विषयक राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सुमित गोदारा वीसी के जरिए जुड़े और कहा कि राज्य सरकार उपभोक्ता हितों के प्रति सजग व प्रतिबद्ध है. उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए शिक्षण संस्थानों, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा.
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए गोदारा ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से वैश्विक उपभोक्ता बाजार में ई-कामर्स के तीव्र विकास से नई चुनोतियाँ आई है.उपभोक्ता इसके अनुचित व्यापारिक व्यवहार और अनैतिक कारोबार से अनभिज्ञ है. इसमें सुविधा के साथ दुविधा भी निहित है. ऐसे में जरूरी है कि उपभोक्ता जागरूक होकर काम करें. गोदारा ने सोना-चांदी के आभूषणों में हो रहे शोषण पर कहा कि विभाग इस मामले में है गंभीर. शुद्धता की जांच के लिए ज्वेलर्स प्रतिष्ठानों पर क्यू आर कोड़ का प्रदर्शन कराया जाएगा. क्यूआर कोड स्कैन करने पर उपभोक्ता को हॉलमार्किंग केन्द्रों की जानकारी मिल जाएगी.
ई-कामर्स के तीव्र विकास से आई नई चुनौतियां
उपभोक्ता मामले विभाग का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
कार्यक्रम में वीसी के जरिए जुड़े खाद्य मंत्री सुमित गोदारा
गोदारा ने कहा कि वैश्विक उपभोक्ता बाजार में बढ़ता ई-कामर्स
उपभोक्ता इसके अनुचित व्यापारिक व्यवहार-अनैतिक कारोबार से अनभिज्ञ है
इसमें सुविधा के साथ उपभोक्ताओं को दुविधा भी झेलनी पड़ती है
ऐसे में जरूरी है कि उपभोक्ता जागरूक होकर काम करें
प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए. सावंत ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जागरूकता अभियान की पहली कड़ी है. उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए सुसंवाद स्थापित किया जाय. राज्य उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष देवेन्द्र कछावा ने हॉलमार्क व आईएसआई संस्था के द्वारा उत्पाद के प्रमाणीकरण में सावधानियां बरतने की जरूरत बताई. आईएसआई में रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित हो और उसकी जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध होनी चाहिए. साथ ही रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दुकान में लगा होना चाहिये. उपभोक्ताओं को नियमों की जानकारी देने के लिए वॉलिंटियर्स भी तैयार किए जाएं.
भारतीय मानक ब्यूरो की क्षेत्रीय निदेशक कनिका कालिया ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए सभी का स्वागत किया. उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक राजेन्द्र कुमार विजय ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण की पृष्ठभूमि के तहत सभी विभागों का समन्वित प्रयास है. इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला स्तर पर भी आयोजित किए जाएंगे.