Tushar Khandekar बने जूनियर महिला हॉकी टीम के कोच

Tushar Khandekar बने जूनियर महिला हॉकी टीम के कोच

नई दिल्ली : भारत के पूर्व कप्तान तुषार खांडेकर को मंगलवार को जूनियर महिला हॉकी टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया. भारतीय टीम 29 नवंबर से 10 दिसंबर तक चिली के सैंटियागो में होने वाले जूनियर विश्व कप की तैयारी कर रही है. वह हरविंदर सिंह की जगह लेंगे, जो इस साल जनवरी में एरिक वोनिंक के पद छोड़ने के बाद अंतरिम आधार पर टीम के कोच नियुक्त हुए थे.

जूनियर व सीनियर टीमों की सौंपी जिम्मेदारी:

महिला मुख्य कोच यानेक शोपमैन हॉकी इंडिया के करार के मुताबिक जूनियर और सीनियर टीमों की जिम्मेदारी सौंपी गयी है लेकिन नीदरलैंड की यह पूर्व खिलाड़ी एशियाई खेलों की तैयारी में व्यस्त हैं और इसलिए खांडेकर को जूनियर टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है. खिलाड़ी के तौर पर अंतरराष्ट्रीय हॉकी में कई सफलता हासिल करने वाले खांडेकर ने पिछले दशक में कोचिंग में भी खुद को साबित किया है.

झुकाव हमेशा कोचिंग की ओर:

यहां जारी विज्ञप्ति में खांडेकर ने कहा कि अपने खेल करियर के बाद मेरा झुकाव हमेशा कोचिंग की ओर रहा है. पिछले कुछ वर्षों में मैंने विश्व हॉकी के कई प्रसिद्ध कोच की देखरेख में काम किया है और उनसे बहुत कुछ सीखा है. उन्होंने कहा कि मैं  इन युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ खेल की जानकारी को साझा करने को लेकर उत्सुक हूं. यह अंतरराष्ट्रीय हॉकी में उनके प्रदर्शन में सुधार करने में मददगार होगा.

रियो ओलंपिक खेलों टीम के कोचिंग स्टाफ का भी रहे हिस्सा:

वह 2014 से 2016 तक भारतीय टीम के कोच रहे थे. उनकी देखरेख में टीम ने लंदन में चैंपियंस ट्रॉफी 2016 ऐतिहासिक रजत पदक, एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण, विश्व हॉकी लीग 2015 (रायपुर) में कांस्य सहित कई सफलता का स्वाद चखा है. वह 2016 रियो ओलंपिक खेलों के लिए टीम के कोचिंग स्टाफ का भी हिस्सा थे.

खिलाड़ी व कोच दोनों रूप में हॉकी का अनुभव:

हाल के वर्षों में खांडेकर ने हॉकी इंडिया के ‘कोच एजुकेशन पाथवे‘ ‘लेवल बेसिक’, ‘लेवल 1’ और ‘लेवल 2’ के अलावा एफआईएच (अंतरराष्ट्रीय हॉकी परिषद) ‘लेवल 1’ पाठ्यक्रम को पूरा किया है. उनकी नियुक्ति पर हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि तुषार के पास एक खिलाड़ी और कोच दोनों के रूप में हॉकी में दशकों का अनुभव है. वह जूनियर कोर ग्रुप में युवा खिलाड़ियों के लिए एक महान आदर्श भी होंगे. सोर्स भाषा