आदिवासी डीएनए से जुड़े बयानों पर सदन में हंगामा, मदन दिलावर ने विपक्ष के विरोध के बावजूद नहीं मांगी माफी

जयपुरः आदिवासी डीएनए के विवादित बयान से जुड़ा मसला गुरुवार को विधानसभा में जमकर गूंजा. विपक्षी दल कांग्रेस ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से माफी मांगने की मांग की ,हंगामे के बीच शिक्षा मंत्री दिलावर ने अपना वक्तव्य भी दिया मगर विपक्ष नही माना. इस मुद्दे पर एक बार सदन की कार्यवाही भी स्थगित भी हुई. 

कुछ दिनों पहले शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आदिवासी डीएनए को लेकर बयान दे दिया था. इसके बाद से विपक्ष का विरोध जारी था. विधानसभा में मसला उठा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से त्याग पत्र की मांग उठी. सदन में जमकर हंगामा बरपा. स्पीकर देवनानी ने व्यवस्था दी शिक्षा मंत्री मदन दिलावर अपना वक्तव्य देंगे. मदन दिलावर ने कहा की आदिवासी हिंदू थे, हिंदू हैं हिंदू रहेंगे,आदिवासी प्रकृति प्रेमी है. महाराणा प्रताप का सहयोग किया है सब जानते हैं,हिंदू समाज के श्रेष्ठ अंग है. आदिवासियों या किसी के अपमान में कभी कोई बात नहीं की है

हालांकि दिलावर ने माफी नही मांगी फिर क्या था सदन में जोरदार हंगामा हुआ .कांग्रेस और भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे.सदन को स्थगित भी करना पड़ा..स्पीकर वासुदेव देवनानी ने विपक्ष को हंगामा करने से रोकने की अपील की जिससे सदन की कार्यवाही में व्यवधान पैदा ना हो लेकिन नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा की अगुवाई में कांग्रेस और BAP विधायकों ने बॉयकॉट कर दिया. जूली ने कहा कि दिलावर ने जान बूझकर माफी नही मांगी क्योंकि बीजेपी को सोच आदिवासी विरोधी है..पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि दिलावर ने समस्त आदिवासी समाज का अपमान किया..इसी बीच मंत्री अविनाश गहलोत ने राहुल गांधी को लेकर आपत्ति जनक टिप्पणी की उधर दिलावर ने कहा कि राहुल गांधी ने हिंसक बताकर हिंदुओं का अपमान किया. 

कांग्रेस का एक भी जना नहीं बोला कि हिंदू हिंसक नहीं हैराजस्थान के कांग्रेसियों ने हिंदुओं का अपमान करने पर राहुल गांधी से इस्तीफा क्यों नहीं मांगा. कांग्रेसियों के मन में हिंदुओं के प्रति श्रद्धाभाव नहीं है. विपक्षी विधायक हमला करने आए थे लेकिन मैं घबराने वाला नही. बहरहाल इस मसले पर सदन में हंगामा जारी रहने के आसार है..कांग्रेस कह चुकी है कि  जब तक सीएम मदन दिलवार का मंत्री पद से इस्तीफा नहीं लेंगे जब तक गतिरोध रहेगा.