उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बोले, प्रतिपक्ष विरोधी दल नहीं होता, दूसरे के मत की अभिव्यक्ति बेहद अहम

जयपुर: पूर्व विधायक संघ के कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संबोधित किया. इस मौके पर  उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज का परिदृश्य देखते हैं, तो मन परेशान हो जाता है. मन इसलिए परेशान करता है. क्योंकि आज ये इस प्रजातंत्र के मंदिर में रहेगा, तो इस मंदिर में कौन पूजा करने आएगा. वाद विवाद स्तर किधर जा रहा है. आज इसके ठीक विपरीत काम हो रहा है.

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि प्रतिपक्ष विरोधी दल नहीं होता. दूसरे के मत की अभिव्यक्ति बेहद अहम है. टीकाराम जूली विपक्ष के नेता की भूमिका ठीक से निभा रहे है. प्रगतिशील मंच अच्छा नाम है. संरक्षक हरिमोहन शर्मा अच्छे से संगठन चला रहे हैं. हरिमोहन जी हमेशा मुस्कुराते रहते हैं. भाई जीतराम चौधरी जी मेरे बारे में सब जानते हैं. कैसे मै राजनीति में आया और कैसे केंद्र में मंत्री बना. राजेंद्र राठौड़ जी मूर्धन्य नेता रहे. दीपेंद्र सिंह शेखावत मेरे साथ विधायक रहे थे. 

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्यपाल ने जो बात कही वो सटीक है. मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं है. ना किसी के ऊपर दबाव डालता हूं. ना लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दबाव में आते हैं. मैं राजस्थान की धरा पर इसलिए बोल रहा हूं. क्योंकि मेरे अभिन्न मित्र अशोक गहलोत ने ये बात कही. नरोत्तम लाल जोशी, रामनिवास मिर्धा, परसराम मदेरणा जी का सान्निध्य रहा. बलराम जाखड़ जी की कर्मभूमि राजस्थान की रही. भैरों सिंह शेखावत जी और चौधरी देवीलाल जी इन्होंने मेरे राजनीतिक जीवन को दिशा दी. उत्कृष्ट संसदीय आचरण इनका रहा.