जयपुर: राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष ने आम जन के लिए विधानसभा जनदर्शन कार्यक्रम का आगाज कर दिया. स्पीकर देवनानी की पहल पर आम जन निशुल्क तौर पर विधानसभा और यहां बने राजनेतिक आख्यान संग्रहालय का अवलोकन कर सकेंगे. देवनानी ने छात्राओं को अपने शिक्षक और सियासी जीवन के अनुभव भी सुनाए.
विधानसभा को आम जन के लिए खोलकर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने अच्छी पहल की है. इससे आम जन और विशेष तौर पर छात्र विधानसभा परिसर में बने राजनेतिक आख्यान संग्रहालय को देख सकेंगे. देवनानी ने विधानसभा में विश्व संग्रहालय दिवस पर आयोजित विधानसभा जनदर्शन कार्यक्रम के शुभारम्भ समारोह को संबोधित किया. उन्होंने भारत माता, माँ सरस्वती और स्वामी विवेकानन्द के चित्रों पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. महारानी कॉलेज की राजनीति विज्ञान की छात्राओं ने सबसे पहले विधानसभा के राजनैतिक आख्यान संग्रहालय का अवलोकन किया. विधानसभा अध्यक्ष देवनानी की पहल पर आमजन विधानसभा को देख सकेंगे,आमजन सुबह 10 से शाम।5 बजे तक द्वार संख्या 7 से आधार कार्ड दिखाकर निःशुल्क विधानसभा में प्रवेश कर सकेंगे. विधानसभा संग्रहालय का शनिवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा. वासुदेव देवनानी ने कहा है कि संग्रहालय सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहरों को आमजन से जोडने के सेतु है,
साथ ही यह इतिहास, कला, विज्ञान, संस्कृति एवं राजनीति के अनूठे संग्रह के भण्डार भी है. देवनानी ने प्रदेशवासियों का आहवान किया कि वे संग्रहालय में आये और देश व प्रदेश की राजनैतिक विकास यात्रा में सहभागी बने. उन्होंने कहा कि अतीत को जाने, वर्तमान को समझे और भविष्य को नई दिशा देकर राष्ट्र के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाये..देवनानी ने छात्राओं से कहा कि मेरा देश महान है, राजस्थान महान है. यह महान क्यों है, इसे समझे। अपने देश की पुरातन संस्कृति को देखे और गौरव की अनुभूति करें। राष्ट्र प्रथम है, उसके भाव को समझे और अपने ज्ञान का उपयोग राष्ट्र के लिये करे. सन 2047 में विकसित भारत के निर्माण में भागीदारी निभाने के लिये मंथन करें.
साल 2022 में जब डॉ सीपी जोशी जब राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष थे तब राजनेतिक आख्यान संग्रहालय की नींव रखी गई थी..2022 के 17 जुलाई को विधानसभा के डिजिटल संग्रहालय का लोकार्पण भारत के मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति एन. बी. रमणा ने किया था. इस डिजिटल संग्रहालय में राजस्थान के निर्माण और राजनीतिक आख्यानों को कालातित कलात्मकता और आधुनिक तकनीकी संचार के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है. संग्रहालय के निर्माण का उद्देश्य राजस्थान के गौरवशाली राजनीतिक इतिहास को प्रदर्शित करने के साथ आम नागरिक को राजनीतिक कार्यवाहियों और व्यवस्थाओं से अवगत भी कराना है. विधान सभा भवन में उकेरे गये इस विशाल संग्रहालय में राजस्थान की राजनीतिक विरासतों का डिजिटल प्रदर्शन रोचक तरीके से किया गया है. यह संग्रहालय राज्य की शानदार विरासत और परम्पराओं का अमुल्य संग्रह है. 21 हजार फुट में बना डिजिटल म्यूजियम असेंबली के प्रथम और द्वितीय तल पर स्थित है.
सम्पूर्ण विवरण 40इंस्टालैंशन के जरिये है..देश का पहला राज्य था राजस्थान जहां इस तरह का राजनेतिक आख्यान संग्रहालय बनाया गया है. राजस्थान विधानसभा के इतिहास,प्रदेश के मुख्यमंत्रियों, विधानसभा के अध्यक्षों समेत अन्य राजनीतिक सोपानो को विशेष तौर पर प्रदर्शित किया गया है. वासुदेव देवनानी की पहल पर राजनीतिक आख्यान संग्रहालय को आम जन के लिए खोलना सकारात्मक पहल है.